एडीलेड, २३ जनवरी ( पी टी आई ) हालाँकि हिंदूस्तान को ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सीरीज़ में शिकस्त होगई है लेकिन टीम ओपनर गौतम गंभीर का कहना है कि शिकस्तों से टीम के हौसले पस्त नहीं हुए हैं और टीम आख़िरी टेस्ट में शिकस्त से बचने की कोशिश करेगी । गंभीर ने आज टीम की प्रैक्टिस के बाद कहा कि हर टेस्ट अहमियत का हामिल है ।
जज़बा के साथ काम करना चाहीए । अगर आप में जज़बा नहीं है तो आप क्रिकेट नहीं खेलनी चाहीए । उन्हों ने ताहम कहा कि असल बात ये है कि इकया दो सीरीज़ों में बुरी शिकस्त नहीं होनी चाहीए । सिर्फ दो सीरीज़ क़बल हम आलमी नंबर एक थे ।यही वक़्त होता है जब खिलाड़ी एक दूसरे को समझें और एक दूसरे की मदद करें। जब सारी टीम मुश्किलात में हो तो इस की मदद करनी चाहीए ।
गंभीर ने कहा कि वो सचिन की 100 वीं इंटरनेशनल सेंचुएयरी से ज़्यादा टीम इंडिया की कामयाबी को अहमियत देते हैं। उन्होंने कहा कि अगर सचिन 100 वें सेंचुएयरी स्कोर करते हैं तो इस से ज़्यादा उन्हें टीम की कामयाबी से तमानियत हासिल होगी । सचिन की सेंचुएयरी से ज़्यादा टीम इंडिया की 1 – 3 की कारकर्दगी क़ाबिल इत्मीनान होगी ।
उन्होंने कहा कि जब आप मुल्क के लिए खेल रहे होते हैं तो आप चाहते हैं कि टीम कामयाबी हासिल करे और इन्फ़िरादी रिकार्डस की कोई ख़ास अहमियत नहीं होती। गंभीर ने एतराफ़ किया कि ऑस्ट्रेलियाई बौलिंग बहुत शानदार है ताहम उन का मानना है कि अगर एक सेशन में टीम अच्छा मुज़ाहरा करे तो इस का असर आख़िरी टेस्ट पर यक़ीनी तौर पर मुरत्तिब हो सकता है ।
उन्होंने कहा कि हिंदूस्तानी बल्लेबाज़ आज़ादी से बैटिंग केलिए शोहरत रखते हैं। मिडल आर्डर बल्लेबाज़ तेज़ी से रन बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन उन्हें भी बाउंड्रीज़ स्कोर करने का मौक़ा नहीं मिल रहा है । ऑस्ट्रेलियाई बौलर्स दबाव रखने में कामयाब हैं ।