सचिन तेंदुलकर की 100 वीं सेंचुएयरी

शेर बंगला नैशनल स्टेडीयम पर सचिन क्रिकेट सफ़र के अनमिट नुक़ूश के साथ एक यादगार मंज़िल तक पहूंचने में कामयाब हो गए। एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के चौथे मैच के दौरान तारीख़ी इंटरनैशनल सेंचुएयरी मुकम्मल करने वाले सचिन को लाखों क्रिकेट शैदाइयों की सताइश हासिल होने के साथ इस दिन को बैन-उल-अक़वामी क्रिकेट की तारीख़ का यादगार दिन बनाने और तारीख़ साज़ कारनामा अंजाम देने का एज़ाज़ हासिल हुआ है।

सेंचुएयरियों की सेंचुएयरी का कारनामा अंजाम देने वाले सचिन का ये रिकार्ड शायद ही कोई खिलाड़ी तोड़ सकेगा। क्रिकेट टेस्ट और वंडे दोनों में ही सबसे ज़्यादा मैच्स, सबसे ज़्यादा सेंचुएयरीयाँ अपने नाम करने की जुस्तजू करने वाले खिलाड़ी ने सेंचुएयरीयों की सेंचुएयरी मुकम्मल करने के लिए जिस तरह की जद्द-ओ-जहद की इस बुलंदी तक पहूंचने के लिए दूसरे खिलाड़ियों के लिए एक ख़ाब ही होगा।

वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह के साथ सारी क़ौम ने मास्टर ब्लास्टर के इस तारीख़ी कारनामे पर मुबारकबाद दी है। इस कामयाबी के बाद अब कई क्रिकेट शैदाई ये कहेंगे कि सचिन के बगै़र हिंदूस्तानी क्रिकेट का तसव्वुर मुश्किल होगा। सचिन के क्रिकेट मुज़ाहरा का मुशाहिदा करने वाले जानते हैं कि इनमें अज़ीम तजुर्बा के साथ बॉलर के ज़हन को पढ़ने की हैरतअंगेज़ सलाहीयत पाई जाती है।

इस हक़ीक़त के साथ इनके प्रुस्तार इनकी कामयाबी के लिए दुआ करते हैं तो इस क्रिकेटर की कामयाबी में बिलाशुबा उनके परसितारों की दबाव का भी दख़ल होता है। सचिन का 49 वीं वंडे सेंचुएयरी के साथ इस मंज़िल पर पहूंच जाना इनके 23 बरस के तवील क्रिकेट सफ़र का एक सुनहरी और यादगार लम्हा है।

इस तरह के तारीख़ी कारनामे अंजाम देने वाले खिलाड़ी मुल्क के नौजवानों को एक तहरीक और हौसला बख्शने में अहम किरदार अदा करते हैं। एक अज़ीम खिलाड़ी की इस अज़ीम इनिंग्ज़ को याद रखने के साथ इस खिलाड़ी के नवंबर 1989 से लेकर अब तक के कई नशेब-ओ-फ़राज़ ये शानदार कामयाबी इनकी क्रिकेट सलाहीयतों क़ाबिलीयत का मज़हर है।