नई दिल्ली, 20 जून: उत्तर प्रदेश के साबिक वज़ीर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का आज जुमेरात को लाई डिटेक्शन टेस्ट किया गया। यह टेस्ट कुंडा के डीएसपी जियाउल हक के कत्ल के सिलसिले में किया गया।
सीबीआई ज़राए ने बताया कि राजा भैया लाई डिटेक्शन टेस्ट के लिए सुबह मरकज़ी फॉरेंसिक एवं वैज्ञानिक लैब (Forensic and Scientific Lab) पहुंचे थे।
उनके लाई डिटेक्शन टेस्ट की इज़ाज़त लखनऊ की एक अदालत ने दी थी। राजा भैया ने पहले कहा था कि उन्होंने अपने बयान में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है और किसी भी टेस्ट का सामना करने से नहीं घबराते हैं।
सीबीआई ने अदालत में लाई डिटेक्शन टेस्ट को सही ठहराते हुए कहा था कि जियाउल हक कत्ल के मामले में राजा भैया एक मुशतबा ( Suspected) हैं। ऐसे में उनके पोलिग्राफिक टेस्ट की इजाजत दी जानी चाहिए।
राजा भैया का लाई डिटेक्शन टेस्ट करीब डेढ़ घंटे तक चला। इसके नतीजे कुछ दिन में सीबीआई को मिल जाएंगे। ज़राए ने बताया कि उत्तर प्रदेश के साबिक वज़ीर रघुराज प्रताप ने किसी भी सवाल से कन्नी नहीं काटी।