इंतेखाबी बयानबाजी की एक बानगी ये भी है जम्मू-कश्मीर के वज़ीर ए आला उमर अब्दुल्ला ने हफ्ते के रोज़ एक इंतेखाबी रैली में अलहैदगी पसंदो के लीडर बने सज्जाद लोन के पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने पर बेहद तीखा तंज़ किया है। उमर ने कहा कि लोन वोट के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के जूते साफ कर रहे हैं। अपनी तकरीर में उमर मंदिर-मस्जिद का जिक्र कर फिर्कावाराना रंग देने की कोशिश भी करते दिखे।
अब्दुल्ला हफ्ते के रोज़ को लोन के गढ हंदवाडा में नैशल कॉन्फ्रेंस की इस इंतेखाबी रैली से खिताब कर रहे थे। उमर ने कहा, लोन साहब को वोट के लिए नरेंद्र मोदी साहब के जूते साफ करने की जरूरत नहीं है। आज अचानक आपके एक लीडर को नरेंद्र मोदी में भाई नजर आता है, … चलो।
उमर ने पीएम मोदी को भी निशाने पर लेते हुए आगे कहा,जो भाई इस रियासत से 370 को दफा करना चाहता है, जो भाई हमारी रियासत के परचम को उतारना चाहता है, जो भाई इस रियासत के आईन को हटाना चाहता है, जो भाई हमारे शरिया कानून को बदलकर कॉमन सिविल कोड लाना चाहता है, जो भाई हमारी मस्जिद को तोडकर वहां पर मंदिर बनाना चाहता है… लोन साहब यह भाई आपको ही मुबारक है।
हमें इस तरह के भाई नहीं चाहिए। लोन ने उमर के इस बयान पर कहा कि वह इक्तेदार से बेदखल होने की हताशा में यह सब बोल रहे हैं। लोन ने कहा कि उमर एनडीए हुकूमत में रियासत के वज़ीर के तौर पर जब मज़े ले रहे थे, उस वक्त वह जेल में थे। वह उनके ऊपर सवाल नहीं उठा सकते हैं।