शम्स तबरेज़, सियासत न्यूज़ ब्यूरो।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में ग़ाज़ीपुर ज़िले की ज़मानियां विधानसभा सीट इस बार कई मामलों में खास है, उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार में कैबिनेट और पर्यटन मंत्री रह चुके ओम प्रकाश सिंह को इस बार का चुनाव उनके लिए हार और जीत से बढ़कर सम्मान गवाने की बात रही, लेकिन उनकी करीबी रिश्तेदार सुनिता सिंह ने ज़मानियां से उनका पत्ता साफ कर दिया। ओम प्रकाश सिंह उर्फ मंत्री जी का बेड़ा गर्ग करने में बसपा प्रत्याशी अतुल राय का एक बड़ा योगदान माना जाता है और जो कोर कसर बचा था, उसको करतार सिंह ने पूरा कर दिया। सुनीता सिंह और अतुल राय ने ओम प्रकाश सिंह को हार की दहलीत पर लाकर खड़ा कर दिया। दूसरे नम्बर पर अतुल राय ने ओम प्रकाश को तीसरे नम्बर पर लाकर खड़ा कर दिया आखिरकार सुनीता सिंह 76 हज़ार 689 वोट पाकर अतुल राय से 9 हज़ार 332 वोट से विजयी रही। अतुल राय को 67 हज़ार 357 वोट हासिल करके दूसरे नम्बर मिला। सबसे हैरानी वाली बात ये है कि ओम प्रकाश सिंह उर्फ मंत्री को हाफ सेन्चुरी तक पहुंचने में सारे करम पूरे हो गए और 49 हज़ार 365 वोट पाकर मंत्री जी तीसरे नम्बर पर रहे।
परिणाम आने से एक दिन पहले ही ओम प्रकाश और सुनीता ने अपने प्रशंसको में मिठाई बांट कर जीत का शंख बजा रहे थे लेकिन जब रिज़ल्ट आया तो ओम प्रकाश की कुर्सी पर सुनीता नज़र आने लगी। हाथी ने साईकिल कुचला लेकिन कमल की महक ने हाथी को दूसरे नम्बर पर पहुंचा दिया लेकिन अतुल राय और सुनीता के बीच जीत कर आंकड़ा एक समय सैकड़ा पर आकर रूक गया था, लेकिन जीत का ताज सुनीता के सिर पर आकर सज गई।
विकास के नाम पर ज़मानियां को ओम प्रकाश के विरोधी सबसे पिछड़ा मानते हैं। जब जीत का सर्टिफिकेट लेने सुनीता सिंह चुनाव अधिकारी के कार्यालय पहुंची तो सियासत ब्यूरो लखनऊ से सुनीता की बातचीत हुई। सियासत से बात करते वक्त सुनीता सिंह ने बताया उनको हर वर्ग ने वोट दिया है और विकास करना उनका लक्ष्य है। सुनीता ने सियासत से बात करते हुए बताया कि ज़मानियां में सड़क और बिज़ली उनकी पहली प्राथमिकता है। फिलहाल ओम प्रकाश की साईकल को पंक्चर करने में सड़क सबसे बड़ी वजह बनकर सामने आई है।
कब्रिस्तान से शमशान तक पहुंचने में भाजपा ने यूपी का सियासी मिजाज़ तो बदल दिया लेकिन विकास के मामले में बीजेपी कितना कामयाब होती है, ये देखना बाकी है।