भागलपुर 5 जून : कहलगांव डिविजन दफ्तर अहाते से जुनुब की तरफ एक बाग़ में बड़े गड्ढे के किनारे तकरीबन 50 बोरा सड़ा गेहूं मंगल को फेंका मिला। सभी बोरे रियासत फ़ूड कॉर्पोरेशन (एसएफसी) के थे। मुकामी लोगों ने बताया कि सुबह बगीचे में सुअरों का झुंड वहां जमा हो गया। लोगों ने नजदीक जाकर देखा तो वहां लगभग 50 बोरा सड़ा गेहूं फेंका हुआ था।
गेहूं के ये बोरे डिविजन दफ्तर अहाते में ब्लाक रुए अदालत के लिए बनाये गये एनेक्सी ईमारत में रखे गये थे। इस ईमारत के बरामदे पर कई वकील बैठते हैं। कई वकीलों ने बताया कि पीर के दिन में कई ट्रैक्टर सड़ा हुआ गेहूं यहां से बाहर निकाला गया। गेहूं कहां ले जाया गया पता नहीं।
कमिश्नर के डर से फेंका गया सड़ा गेहूं
कुछ दिनों से भागलपुर के कमिश्नर मिन्हाज आलम एसएफसी और एफसीआइ के गोदामों में सड़ रहे अनाजों की जांच कर रहे हैं। मंगल को वह सन्हौला, पीरपैंती और कहलगांव आने वाले थे। कमिश्नर ने पीरपैंती में ताफ्सिश की। वहां देर हो जाने की वजह वह कहलगांव नहीं आ पाये। कहा जाता है कि कमिश्नर के आने की इत्तेला महकमा को होने पर कार्रवाई से बचने के लिए पीर के दिन दिन भर ट्रैक्टर से सड़े गेहूं को गोदाम से निकाल कर फेंकवाया गया। बाकी बचे कुछ बोरे को बगीचे के बगल वाक़ेय गड्ढे के ऊपर फेंक दिया गया।
एजीएम कर रहे इनकार
इस सड़े गेहूं के फेंके जाने के बारे में पूछे जाने पर कहलगांव के रियासत फ़ूड कॉर्पोरेशन के एजीएम ने कहा कि फेंका हुआ यह अनाज मेरे गोदाम का नहीं है और न ही सड़े हुए अनाज हमारे गोदाम में था।