रांची के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के चलाने का मामला लटक गया है। ज़राये के मुताबिक, डॉ नरेश त्रेहान ने अस्पताल चलाने से इनकार कर दिया है। हालांकि इसकी ऐलान मेदांता की तरफ से नहीं की गयी है। डॉ त्रेहन 22 मार्च 2015 को रांची आये थे। मेन रोड वाकेय सदर अस्पताल अहाते में नौ तामीर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की जायजा लिया गया था।
कहा था कि उनकी टेक्निकल टीम भी साइट समेत अस्पताल की इमारत का तजवीज करेगी। पर आज तक मेदांता की कोई टीम नहीं आयी है। जुमेरात को एसआरएल के साथ एमओयू पर दस्तखत होने के बाद सेहत वज़ीर रामचंद्र चंद्रवंशी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमलोग कोई दूसरी पार्टी खोजेंगे। मेदांता की वक़्त की मुद्दत तकरीबन खत्म हो गयी है।
मेदांता को रिमाइंडर भेजेंगे : सेक्रेटरी
हालांकि ज़ाती महकमा सेक्रेटरी के विद्यासागर ने कहा कि मेदांता को एक-दो दिन में हम रिमाइंडर देनेवाले हैं कि वह अस्पताल चलाने की अमल आगे बढ़ाये। सेक्रेटरी ने कहा पहले निकाले गये टेंडर में दो ही पार्टी (मेदांता व टेक्नो इंडिया) का सेलेक्शन हुआ था। तकनीकी वजूहात से अस्पताल चलाने का टेंडर दोबारा निकालना पड़ा।
पर किसी पार्टी ने शिरकत नहीं की। इसी दरमियान मेदांता ने इसमें दिलचस्पी दिखायी, तो बात आगे बढ़ी। अस्पताल चलाने से मुतल्लिक़ दस्तूरुल अमल में फेरबदल के लिए भी किसी पार्टी ने कुछ नहीं कहा है। यानी इसके चलाने से मुतल्लिक़ स्ट्रर (दस्तूरुयल अमल व दीगर शरायत ) में कोई परेशानी नहीं है।
फिर भी इससे मुतल्लिक़ कोई सुझाव आयेगा, तो गौर किया जायेगा। अब मेदांता के नहीं आने पर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के चलाने के लिए फिर से टेंडर निकालना होगा।