सदर जमहूरिया के ख़िताब के दौरान चंद अरकान की ख़ललअंदाज़ी की कोशिश

नई दिल्ली, 22 फ़रवरी: बाज़ अरकाने पार्लियामेंट ने आज पार्लियामेंट के मुशतर्का इजलास से बहैसियत सदर जमहूरिया परनब मुकर्जी के अव्वलीन ख़िताब में मुख़्तलिफ़ मसाइल पर ख़लल अंदाज़ी करने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे जैसे ही सदर जमहूरिया ने अपना अव्वलीन ख़ुत्बा शुरू किया डी एम के और अन्ना डी एम के अरकान उठ खड़े हुए, और हिन्दुस्तान के अक़वामे मुत्तहिदा में श्रीलंका के ख़िलाफ़ वोट देने का मुतालिबा करते हुए नारा बाज़ी करने लगा, क्योंकि वहां पर मुबय्यना तौर पर टामिल निज़ाद शहरियों पर मज़ालिम किए जा रहे हैं।

इन में से बाज़ ने प्लेकार्ड्स का मुज़ाहिरा भी किया। श्रीलंकन टामिलों पर एल टी टी ई और फ़ौज के दरमियान जंग के दौरान मज़ालिम का मसला चंद साल पहले ही ख़त्म हो चुका है, लेकिन इस पर आइन्दा हफ़्ता अक़वामे मुत्तहिदा में बेहस की जाएगी। 12 साला लड़का जो मक़्तूल सदर एल टी टी ई वी प्रभाकिरण का बेटा था, और मुबय्यना तौर पर श्रीलंका की फ़ौज के हाथों हलाक कर दिया गया दुबारा उभर आया है।

वज़ीरे ममलिकत बराए पारलिमानी उमूर वी नारायण स्वामी और राजीव शुक्ला ने अवाम की ब्रहमी कम करने की कोशिश की,लेकिन आंध्रा प्रदेश के अरकाने पार्लियामेंट बिशमोल कांग्रेस तेलंगाना की हिमायत में नारे बाज़ी करने लगे। बी एस पी के शफ़ीक़ुर्रहमान बर्क़ भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को अक़ल्लीयती दर्जा देने का मुतालिबा करते हुए उठ खड़े होगए, लेकिन सदर जमहूरिया ने इस एहतिजाज का कोई असर नहीं लिया, और शोरो गुल के दौरान अपनी तक़रीर जारी रखी। थोड़ी सी ख़ललअंदाज़ी के बाद जो जी एन रतन पूरी ( जे के एन सी ) ने की थी और सदर जमहूरिया ने उसे नज़र अंदाज़ कर दिया था।