उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव हुकूमत ने शीया फ़िर्क़ा के मज़हबी रहमुना मौलाना कलब जव्वाद नक़वी के तीन मुतालिबात तस्लीम ( कुबूल/ स्वीकार) कर लिए जिस की बिना पर शीया फ़िर्क़ा का आज वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव की क़ियामगाह घेरने का जो प्रोग्राम था इस को मुल्तवी (रद्द) कर दिया गया ।
रियास्ती हुकूमत ( राज्य सरकार) के नुमाइंदे लखनऊ के ज़िला मजिस्ट्रेट अनुराग यादव ने आज दोपहर ही इमाम जुमा मौलाना कलब जव्वाद नक़वी से मुलाक़ात की और उन्हें बताया कि हुकूमत ने शीया वक़्फ़ बोर्ड में फैली बद उनवानियों , औक़ाफ़ की जायदादों में गुज़शता दस बरस ( साल) के दौरान जो ख़िरद बुरद हुई हैं उन की जांच कराने का फ़ैसला किया है नीज़ रियास्ती हुकूमत ने शीया वक़्फ़ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिज़वी का इस्तीफ़ा मंज़ूर कर लिया है ।
और गुज़शता दिनों लखनऊ की आसफी मस्जिद में नमाज़ जुमा के बाद जो हंगामा हुआ था उसकी भी जांच किया है। ज़िला मजिस्ट्रेट ने मौलाना कलब जव्वाद को ये यक़ीन दहानी उनके आज के मुजव्वज़ा एहतिजाज से क़ब्ल (पहले) जाकर करा दी । याद रहे कि मौलाना कलब जव्वाद नक़वी ने आज शीया फ़िर्क़ा की जानिब से वज़ीर-ए-आला अखिलेश यादव की क़ियामगाह तक पैदल मार्च करने का ऐलान किया था ।