वज़ारत-ए-कार्पोरेट उमोर के बाद महिकमा इनकम टैक्स ने भी बी जे पी के क़ौमी सदर नितिन गडकरी की कंपनी पूर्ति पावर ऐंड शूगर लिमिटेड (पी पी ऐस एल) में मुख़्तलिफ़ कंपनीयों की सरमाया कारी के वसाइल का पता लगाने तहक़ीक़ात का शुरुआत करदिया है। महिकमा इनकम टैक्स के एक आला सतही ओहदेदार ने शनाख़्त पोशीदा रखने की शर्त पर पी टी आई से कहाकि हम पूर्ति में सरमाया कारी करनेवाली 18 कंपनीयों के बिशमोल दीगर कंपनीयों के फंडस के ज़राए का पता चलालेगे।
उन्हों ने कहाकि बादियुन्नज़र में शैल कंपनीयां (ऐसी बेअमल कंपनीयां जिन्हें मालीयाती इक़दामात केलिए एक ज़रीया हमल-ओ-नक़ल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है और मुस्तक़बिल में इस्तेमाल केलिए उन्हें किसी दूसरी हैसियत से ख़ाबीदा रखा जाता है)।
महिकमा के ज़राए के बमूजब एक रिपोर्ट सैंटर्ल बोर्ड औफ़ डायरेक्ट टैक्सेस को अनक़रीब पेश की जाएगी। ओहदेदारों ने कहाकि मुंबई और पौने में महिकमा के तहक़ीक़ाती शोबे इस में शामिल हैं। जिन कंपनीयों के बारे में तहक़ीक़ात की जा रही हैं, उन के ओहदेदारों को ज़रूरत पड़ने पर तलब किया जाएगा।
बी जे पी के सदर को भी हाज़िर रहने की हिदायत दी जाएगी। गडकरी फ़िलहाल पी पी ऐस एल मे फंडिंग के बारे में तनाज़ा का मर्कज़ बने हुए हैं। ज़राए इबलाग़ की इत्तिलाआत में दावा किया गया है कि बड़े पैमाने पर सरमाया कारी और क़र्ज़ पूर्ति को एक मिसाली तामीर शवारा ग्रुप बनाते हैं जिस को 1995 से 1999 के दौरान कौंट्टरएक्ट हासिल हुए हैं।
जबकि बी जे पी के सदर महाराष्ट्रा के वज़ीर पीडब्ल्यू डी थे। वज़ीर कॉरपोरेट उमोर वीरप्पा मोईली ने कहा थाकि रजिस्ट्रारस औफ़ कंपनीज़ इल्ज़ामात की तहक़ीक़ात करेंगे। दरीं असना गडकरी ने कहा है कि वो तहक़ीक़ात का सामना करने केलिए तैय्यार हैं। इन पर आइद तमाम इल्ज़ामात बेबुनियाद हैं।
गडकरी करप्शन के संगीन इल्ज़ामात और मशकूक फंडिंग की बिना पर जो उन की कंपनी पूर्ति पावर ऐंड शूगर लिमेटेड में की गई है, कल अपना दौरा दिल्ली मंसूख़ करने पर मजबूर होगए। इत्तिलाआत के बमूजब गडकरी मालीयाती बेक़ाइदगी के ताज़ा इल्ज़ामात के बाद नागपुर में ही मुक़ीम रहेंगे।
बे क़ाईदगियों में एक कंपनी आईडीयल अनर्जी भी शामिल बताई जाती है जिस के कारोबारी रवाबित बी जे पी के सदर की कंपनी से मंज़रे आम पर आए हैं। कांग्रेस और इंडिया अगेंस्ट करप्शन जिस की क़ियादत अरविंद केजरीवाल करते हैं, की जवाबी तन्क़ीद के पेशे नज़र गडकरी को कल आर ऐस ऐस और बी जे पी के सीनीयर क़ाइद एल के अडवानी की ताईद हासिल हुई जिन्हों ने इन का दिफ़ा करते हुए कहाकि उन्हों ने कोई ग़लती नहीं की है।
बी जे पी का इद्दिआ है कि गडकरी कोई भी तहक़ीक़ात का सामना करने तैय्यार हैं। आर ऐस एस के सरबराह मोहन भागवत ने मुबय्यना तौर पर उन्हें हिदायत दी है कि वो करप्शन के तमाम इल्ज़ामात को बेबुनियाद साबित करें। उन्हों ने कहाकि ये बी जे पी का अंदरूनी मामला है।