सदर मुर्सी अरब कान्फ़्रैंस के दौरान सो गए !

दोहा, 28 मार्च ( एजेंसीज़) कहते हैं नींद मौत की सूली पर भी आ जाती है। बसों या ट्रेनों में अक्सर मुसाफ़िरों , जमात के कमरों में तलबा और सरकारी दफ़ातिर में बाअज़ मुलाज़मीन को सोने की आदत होती है लेकिन ऐसा कम ही देखने में आया है कि,
किसी आलमी तंज़ीम या इदारे का सरबराह इजलास हो रहा हो और इस के शुरका में शामिल कोई सरबराह ममलकत बिलकुल बेताल्लुक़ होकर नींद के मज़े उड़ाने लग जाएं।
समाजी रवाबित की वेबसाइट्स पर मिस्री सदर और उन के वफ्द के अरकान के यूं सोने की तस्वीर इस वक़्त ज़ेरे गर्दिश है।