सदी पेट के नाख़ुशगवार वाक़िया में माख़ूज़ मुल्ज़िमीन की रही

सदी पेट /03 नवंबर ( सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़ ) सदी पेट में पेश आए नाख़ुशगवार वाक़िया में क़ुरआन मजीद के औराक़ की बेहुर्मती के ख़िलाफ़ एहतिजाज करने वाले 21 मुस्लमानों को सदी पेट पुलिस ने गिरफ़्तार करके मुंसिफ़ मजिस्ट्रेट के रूबरू पेश किया गया जिन्हें जोनईर सियोल जज ने रीमांड मैं करदिया था। बादअज़ां पुलिस ने मुल्ज़िमीन को सिंगा रेड्डी जेल भेज दिया । यहां इस बात का ज़िक्र बेजा ना होगा कि गुज़शता दिनों में मुट्ठी भर शर पसंद अनासिर ने सदी पेट में फ़िर्कावाराना कशीदगी पैदा करने की कोशिश की । इस मौक़ा पर इन अनासिर ने मुबय्यना तौर पर क़ुरआन मजीद के औराक़ की बेहुर्मती की जिस के ख़िलाफ़ मुसलमानान सदी पेट ने एहतिजाज बुलंद किया और पुलिस से मुतालिबा किया कि वो फ़ौरी तौर पर शरपसंद अनासिर को गिरफ़्तार करके कैफ़र-ए-किरदार तक पहोनचाए । टाउन में कशीदगी के मौक़ा पर मुताल्लिक़ा रुकन असैंबली मिस्टर टी हरीश राॶ ने सदी पेट के बाअसर शख़्सियतों पर मुश्तमिल एक इजलास प्रैस कलब में तलब किया था । जिस में ऐम अलसी मिस्टर फ़ारूक़ हुसैन के इलावा दोनों फ़िरक़ों के लोग शरीक थे और मजमूई तौर पर अवाम को पुरअमन रहने और फ़िर्कावाराना हम आहंगी पैदा करने की अपील की गई ताहम अमन इजलास में मुक़द्दस किताब के औराक़ की बेहुर्मती के ख़िलाफ़ एहतिजाज करने पर इजलास में किसी किस्म की ताईद नहीं मिली । हती के इस इजलास में चंद मुस्लिम शख्सियतें भी शामिल थे । उन्हों ने मुस्लमानों की ताईद के बजाय चुप साध बैठे हुए थे । इस मौक़ा पर बी जे पी टी आर ऐस कांग्रेस पार्टी क़ाइदीन के इलावा अक्सरीयती फ़िर्क़ा के अफ़राद ने मुस्लमानों पर इल्ज़ामात की भरमार करदी । इस के बावजूद मुस्लमानों में इस तरह का कोई रोहजान नज़र नहीं आया । जिस की वजह से मुसलमानान सदी पेट में गहिरी तशवीश पैदा होगई मुसलमानान सदी पेट को इस बात की भी शिकायत है कि अमन कमेटी में भी अक़ल्लीयती तबक़ा के चंद बेअसर पुलिस के पैरोकारों को शामिल किया गया । इन जलासों के बाद से ही मुस्लमानों ने इस बात का अंदाज़ा लगाया था कि एहतिजाज में शामिल नौजवानों की गिरफ़्तारी कभी भी अमल में आसकती है । ये बात 31 अक्टूबर की शब सही साबित हुई । क्योंकि सदी पेट पुलिस ने एहतिजाज में शामिल नौजवानों की फ़हरिस्त तैय्यार करके उन के घरों पर अचानक हिला बोल दिया और अंधा धुंद गिरफ़्तार करलिया । इस के साथ मुस्लमानों में शदीद हुर्रा सानी का माहौल पैदा होगया । इस बात का भी इमकान है कि आइन्दा चंद दिनों में मज़ीद गिरफ्तारियां होंगी कल रात एक बजे प्रिंसिपल जोनईर सियोल जज मस बेसुरी देवी की क़ियामगाह पर इन गिरफ़्तार नौजवानों को पेश किया गया । उन्हें रीमांड करदिया गया । सियोल जज की क़ियामगाह के रूबरू सरपरस्तों और वालदैन का हुजूम नज़र आया । अफ़सोस ये है कि मुस्लमानों की जानिब से कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई हैं। अक्सरीयती फ़िर्क़ा के अफ़राद ने अलहदा अलहदा पुलिस में शिकायतें की हैं । मुस्लमानों में तशवीश को देखते हुए तंज़ीम अलमसाजद के सदर एम ए सलीम की जानिब से उन नौजवानों की रिहाई ज़मानत केलिए मसाई शुरू करदी । इस ख़िदमत केलिए मिस्टर ख़्वाजा मुईन उद्दीन अहमद ऐडवोकेट-ओ-साबिक़ ऐम एलए और चंद्रा रेड्डी ऐडवोकेट ने दोनों फ़िरक़ों की वकालत की और बरोज़ मंगल 3 बजे दिन सियोल जज के इजलास से दोनों गिरफ़्तार शूदा फ़िरक़ों की ज़मानत हासिल करली । तंज़ीम अलमसाजद के सदर-ओ-मुक़तदिर आली के अरकान ने बताया कि इबतदा-ए-ही से उन्हों ने मुस्लमानों की इमकानी गिरफ़्तारी और बाद की क़ानूनी कार्रवाई से मुताल्लिक़ एक मंसूबा बंद तर्तीब दिया था। इस मंसूबा के तहत इस पर अलमक़दोर अमल किया गया । इस के इलावा पुलिस ने अक्सरीयती फ़िर्क़ा के 11 नौजवानों को गिरफ़्तार करके रीमांड किया गया जिन्हें सिंगा रेड्डी जेल भेज दिया गया । दोनों फ़िरक़ों के मुल्ज़िमीन को ज़मानत मिल गई । और आज शाम रिहाई अमल में आएगी.