सद्दाम और क़ज्ज़ाफ़ी होते तो दुनिया बेहतर जगह होती – ट्रम्प

इतवार के रोज़ अमरीकी नशरियाती इदारे सी एन एन को दिए गए एक इंटरव्यू में डोनल्ड ट्रम्प ने ग़ैर मुतवक़्क़े तौर पर साबिक़ इराक़ी सदर सद्दाम हुसैन और लीबिया के साबिक़ रहनुमा मुअम्मर क़ज्ज़ाफ़ी की बिलवास्ता तारीफ़ कर डाली।

वाज़ेह रहे कि सद्दाम को सन दो हज़ार तीन में इराक़ पर अमरीकी हमले के बाद इक़्तेदार से हाथ धोने पड़े थे, और उनको मौत की सज़ा पर अमल दरामद सन दो हज़ार छः में हुआ था।

दूसरी जानिब क़ज्ज़ाफ़ी की हुकूमत का तख़्ता उल्टे जाने के बाद लीबिया में बाग़ीयों ने उन्हें सन दो हज़ार ग्यारह में क़त्ल कर दिया था। सद्दाम की हुकूमत का ख़ातमा साबिक़ सदर जॉर्ज डब्लयू बुश के दौरे हुकूमत में हुआ था, जिनका ताल्लुक़ ट्रम्प की तरह रिपब्लिकन पार्टी ही से है।

क़ज्ज़ाफ़ी को डेमोक्रेट सदर बाराक ओबामा के दौर में इक़्तेदार से हटाया गया। ताहम ट्रम्प ने सी एन एन से बात करते हुए कहा कि अगर ये दोनों रहनुमा हयात होते और इक़्तेदार में भी होते तो मशरिक़े वुस्ता की सूरते हाल मुस्तहकम होती।

स्टेट ऑफ़ दी यूनीयन टॉक शो से बात करते हुए उन्होंने डैमोक्रेटिक पार्टी की सदारती उम्मीदवारी की ख़ाहिशमंद और साबिक़ा वज़ीरे ख़ारजा हिलेरी क्लिन्टन और मौजूदा सदर ओबामा को भी तन्क़ीद का हदफ़ बनाया। ख़्याल रहे कि क़ज्ज़ाफ़ी की मौत के वक़्त अमरीकी वज़ीरे ख़ारजा क्लिन्टन ही थीं।