आम आदमी पार्टी क़ाइद अरविंद केजरीवाल ने बी जे पी के वज़ारत-ए-उज़मा के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी पर अपनी तन्क़ीदों का सिलसिला जारी रखते हुए मोदी के इस दावे को खोखला क़रार दिया जहां वो ख़ुद को विकास पुरुश (मर्द तरक्कियात) कहते हैं।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बेशक मोदी विकास पुरुष हैं लेकिन सिर्फ़ सनअतकारों के लिए। याद रहे कि मोदी के तरक़्कियाती दावों का गौर करने केजरीवाल इस वक़्त गुजरात के दौरे पर हैं और उन्होंने वहां मंदिरा ताल्लुक़ा के किसानों से मुलाक़ात के बाद ये बात कही। मंदिरा ताल्लुक़ा में ही ख़ुसूसी इकनॉमिक ज़ोन (SEZ) और अडानी बंदरगाह है।
केजरीवाल ने इंतिहाई चुभती हुई बात कही कि बड़े बड़े सनअतकारों की हुकूमत के साथ साज़ बाज़ है और वो आराजियात हड़प कररहे हैं। ऐसा मालूम होता है कि पूरी रियासत गुजरात को फ़रोख्त किया जा रहा है यानी इस का सील लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि सनअतकारों के पास इतना ज़्यादा काला धन है कि वो किसी भी वक़्त स्विटज़रलैंड फ़रार होसकते हैं।
मीडिया के ज़रिया मोदी गुजरात की तरक़्क़ी का ढंडोरा पीट रहे हैं लेकिन क्या आम आदमी की आवाज़ आप ने यहां सुनी है? आम आदमी अपनी तक्लीफ़ और मुश्किलात बयान कररहा है। अरविंद केजरीवाल ने यहां के सिख किसानों से भी मुलाक़ात की जहां उन्हें ये बताया गया कि हुकूमत गुजरात सिख किसानों को उनकी आराजियात वापिस करना नहीं चाहती।
हुकूमत गुजरात ने सिख किसानों की आराजियात को 2010 में मुंजमिद कर दिया था। सनअतकारों ने बड़े बड़े वकीलों की मोटी मोटी फ़ीस अदा करते हुए इस मुआमला को अदालत तक घसीटा था ताकि सिख किसान अपनी आराजियात से हमेशा महरूम रहें। किसानों के एक नुमाइंदा पृथ्वी सिंह ने बताया कि उसने केजरीवाल को हुकूमत गुजरात की किसान मुख़ालिफ़ पालीसियों के बारे में बताया जिसके बाद केजरीवाल ने ये यकीन दिया कि वो इस मुआमला को ज़रूर उठाएंगे।
पृथ्वी सिंह ने ये भी कहा कि हम जानते हैं कि अब कोई भी कुछ नहीं करसकता क्योंकि इंतिख़ाबी ज़ाब्ता अख़लाक़ का नफ़ाज़ होचुका है। हम ने अब तक हुकूमत से कई नुमाइंदगियाँ कीं लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ बल्कि मोदी तो इस मुआमला को सुप्रीम कोर्ट तक ले गए हैं। केजरीवाल ने मछेरों के नुमाइंदों से भी मुलाक़ात की और भोज में एक हॉस्पिटल का भी दौरा करना चाहते थे लेकिन मोदी के हामियों की जानिब से एहतिजाज और हुजूम ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया।
कल भी केजरीवाल को उबूरी तौर पर गिरफ़्तार किया गया था जबकि बी जे पी वर्कर्स ने कछ में उनकी कार को भी नुक़्सान पहुंचाया था।