भाजपा के सीनियर लीडर और एसेम्बली में अपोजीशन के लीडर सुशील मोदी ने कहा कि वज़ीरे आला नीतीश कुमार रियासत के लोगों को खुसुई रियासत का दर्जा मिलने पर खास छूट का सब्जबाग दिखा रहे हैं। मंगल को रियसती दफ्तर में प्रेस कोंफ्रेस में उन्होंने कहा कि खास छूट मिलने या बिहार को खास रियासत का दर्जा मिलने से भी यहां इंडस्ट्री नहीं लगेंगे। इंडस्ट्री लगाने के लिए पांच हजार एकड़ जमीन की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन लेने के सवाल पर सिंगूर और बिहटा जैसी वारदात हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए हुकूमत ने 2011 में इंडस्ट्रियल पॉलिसी बनायी थी। इसके बनने के बाद बिहार में तीन लाख करोड़ के सरमाया कारी का तजवीज भी आया। एसआइपीबी ने उसे एप्रूव भी किया, लेकिन एक फीसद ही सनअतों में सरमयकारी हुआ। सरमायाकारों को हुकूमत जमीन देती, तो अब तक कम-से-कम एक लाख करोड़ का सरमायाकारी हो गया होता। जमीन नहीं मिलने से भागलपुर में फूड पार्क नहीं लगा। कारोबारी वापस लौट गये। इससे पहले पार्टी हेड क्वार्टर में भाजपा एमपी – एसेम्बली रुक्न दल की बैठक को खिताब करते हुए भाजपा एसेम्बली रुक्न के लीडर सुशील मोदी ने कहा कि 27 अक्तूबर को पटना के गांधी मैदान में होने वाली हुंकार रैली मुल्क की हालत और सिम्त तय करेगी। रैली गुजिशता तमाम रैलियों की रिकार्ड तोड़ देगी।