कुत्ते के भौंकने से भड़की थी हिंसा
ये दिल दहला देने वाली घटना बेहद मामूली बात पर हुई थी। दलित बस्ती से गुजर रहे एक दबंग परिवार के दामाद पर कुत्ते ने भौंक दिया था। इस पर झगड़े के बाद दबंगों ने दलित बस्ती में आग लगा दी। इसमें 70 साल के बुजुर्ग ताराचंद और उनकी दिव्यांग बेटी सुमन जिंदा जल गए। करीब 52 अन्य लोग झुलस गए थे।
25 घर हो गए थे राख
घटना के बाद हरियाणा में हड़कंप मच गया और इसने जातीय व राजननीतिक विवाद का रूप ले लिया। मिर्चपुर गांव और आसपास का क्षेत्र पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। घटना के कुछ दिन बाद गांव में सीआरपीएफ की टुकडियां तैनात कर दी गईं। इसके बावजूद असुरक्षा की भावना के कारण जनवरी, 2011 में 130 से ज्यादा दलित परिवारों ने गांव से पलायन कर लिया। यह कांड देशभर में गूंजा था और प्रदेश की बदनामी हुई थी।