सपने में दिखे राम तो धर्म परिवर्तन कर शहजाद राणा से बना संजू राणा

उत्तर प्रदेश के शामली जिले में धर्मपरिवर्तन का एक अजब मामला सामने आया है। गुरुवार को जिलाधिकारी के पास पहुंचे एक व्यक्ति ने कहा कि उसे सपने में कई दिनों से भगवान राम दिखाई दे रहे हैं, इसलिए उसने धर्मपरिवर्तन कर अपना नाम शहजाद राणा से संजू राणा रख लिया है। साथ ही छह साल के बेटे का भी धर्मपरिवर्तन करा दिया है। इसके लिए उसने डीएम से भी अनुमति मांगी। डीएम ने कहा कि इसमें कोई अनुमति की जरूरत नहीं है। यह व्यक्ति की स्वेच्छा पर निर्भर करता है। हालांकि, व्यक्ति ने बताया कि अभी उसकी पत्नी और बड़ा बेटा धर्मपरिवर्तन के लिए राजी नहीं है, पर मैं उन्हें मना रहा हूं।

हरेंद्र नगर निवासी शहजाद राणा पुत्र गफ्फार अली राणा का ट्रांसपोर्टर का काम है। शहजाद अपने छह साल के बेटे सुमेर के साथ दोपहर बाद कलक्ट्रेट में पहुंचे। वह अधिवक्ता सतेंद्र धीरयान के साथ डीएम इंद्र विक्रम सिंह से मिले।

शहजाद राणा ने डीएम को प्रार्थना पत्र देते हुए कहा कि सदियों पूर्व उसके पूर्वज हिंदू धर्म को त्यागकर मुस्लिम धर्म में परिवर्तित हो गए थे, लेकिन उसकी आस्था हिंदू धर्म में है। इसलिए प्रार्थी अपने बेटे सुमेर राणा के साथ बिना किसी दबाव और जोर-जबदस्ती के इस्लाम धर्म को त्याग कर पुन: हिंदू धर्म में वापसी करना चाहता है। इसलिए उसने अपना नाम शहजाद राणा से बदलकर संजू राणा और बेटे का नाम सुमेर राणा से बदलकर शेखर राणा रख लिया है, उसे इसकी अनुमति दी जाए। डीएम इंद्र विक्रम सिंह का कहना था कि इस पर वह कुछ नहीं कह सकते। धर्म आस्था व्यक्ति का स्वेच्छिक अधिकार है।

इसके बाद उसने कलक्ट्रेट परिसर में ही स्थित मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना की। संजू राणा (परिवर्तित नाम) ने बताय कि उसे कई दिनों से भगवान श्रीराम रात को सपने में दिख रहे थे। इसलिए वह धर्म परिवर्तन कर रहा है। उसने बताया कि वह एसपी से भी मिला था। उसने कोतवाली में शपथ देकर धर्म परिवर्तन के बारे में अवगत कराया।
उसका कहना है कि अभी कुछ लोग विरोध कर रहे हैं, लेकिन पुलिस ने सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। साथ ही उसने यह भी बताया कि उसकी पत्नी एवं उसके एक और बेटे ने धर्म परिवर्तन नहीं किया है उन्होंने पत्नी और बेटे के भी शीघ्र धर्म परिवर्तन की संभावना जताई है। संजू राणा ने बताया कि कुछ लोग उसके घर आए थे उन्होंने धर्म परिवर्तन पर ऐहतराज जताया, लेकिन उन्हें अपने दृढ़ निर्णय से अवगत कराते हुए वापस भेज दिया।