यूपी में बीजेपी सरकार के मंत्री मनोहर लाल पंथ ने ललितपुर के जिला अस्पताल में संविदा कर्मियों को हटाने की मांग की है. इसके पीछे उनका तर्क है कि सपा शासन के दौरान नौकरी पाने वाले संविदा कर्मी नकारा हैं. नेतागीरी करते हैं. इसलिए उनके स्थान पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को नौकरी मिले, ताकि बीजेपी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ सके.
‘सपा मानसिकता है इसलिए नेतागीरी करते हैं’
पत्र में मंत्री ने लिखा है कि ‘जनपद भ्रमण के दौरान अबगत कराया गया है कि जिला चिकित्सालय जनपद ललितपुर में सपा शासन कल से ठेकेदार द्वारा कार्यरत संविदा कर्मचारी सपा मानसिकता के होने के कारण ठीक ढंग से कार्य संपादित नहीं कर रहे हैं. यहां पर काम करने वाले संविदाकर्मी आए दिन नेतागीरी करते हैं. और इसलिए ऐसे संविदा कर्मचारियों को हटाकर सुयोग्य कर्मचारी रखने चाहिए.’ इसके बाद मंत्री जो कहना चाहते वो बात छिपा नहीं सके. उन्होंने पत्र में सबसे नीचे लिखा कि सपा सरकार में नियुक्त कार्मिकों को हटाते हुए बीजेपी के सुयोग्य व कर्मठ कार्यकर्ताओं को संविदा पर नौकरी प्रदान की जाए, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ सके.’
आलोचना हुई फिर भी बोले- अपने लोगों का भला चाहता हूं
ये मांग यूपी के सबसे पिछड़े इलाके में से एक बुंदेलखंड के जिला ललितपुर के रहने वाले और ललितपुर की महरौनी सीट से विधायक मनोहर लाल पंथ की है. उन्हें लोग मन्नू कोरी के नाम से भी जानते हैं. वह इलाके में इसी नाम से मशहूर हैं. मनोहर लाल पंथ प्रदेश की बीजेपी सरकार में श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री भी हैं. उन्होंने कुछ दिन पहले यूपी के स्वास्थ्य राज्यमंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह को पत्र लिखा. जो चर्चा और आलोचना का विषय बना हुआ है. आलोचना के बीच भी मंत्री का कहना है कि वह पार्टी कार्यकर्ताओं का भला चाहते हैं, इसलिए ये मांग की है.
BJP नेताओं ने कहा- काम के लिए योग्यता की जरूरत, पार्टी की नहीं
बीजेपी नेताओं ने इससे पल्ला झाड़ लिया है. ललितपुर के बीजेपी जिलाध्यक्ष रमेश चंद्र लोधी ने कहा कि काम के लिए योग्य लोगों की नियुक्ति होनी चाहिए. इसमें पार्टी से जुड़े होने की ज़रूरत नहीं है. जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. संजय बासवानी ने भी उनकी बात को खारिज कर दिया. कहा कि जिला अस्पताल में काम करने वाले किसी पार्टी से जुड़े नहीं हैं. मंत्री के इस पत्र पर कांग्रेस, बसपा और सपा ने निशाना साधा है. इन पार्टी के नेताओं का कहना है कि ये तानाशाही है. अगर कोई ठीक से काम नहीं कर रहा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो, लेकिन इस तरह से बात करने की क्या ज़रूरत है. मंत्री का पत्र बीजेपी की छोटी सोच को दर्शाता है.
कभी बोले थे- पेड़ लगाएं, कार्बन डाई ऑक्साइड मिलेगी
मनोहर लाल पंथ पहले भी चर्चा में रहे हैं. मनोहर लाल ने कुछ समय पहले पौधरोपण के दौरान कहा था कि पेड़-पौधे अच्छे होते हैं क्योंकि ये कार्बन डाई ऑक्साइड छोड़ते हैं. इस पर मंत्री की शिक्षा पर सवाल उठा था. वह 10 वीं पास हैं.