लखनऊ: समाजवादी पार्टी में पिछले कई दिनों से चल रहा परिवारिक विवाद अब सुलझता जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि अखिलेश यादव को पार्टी की कमान सौंपी जाएगी, साथ ही उनको पार्टी का सीएम उम्मीदवार भी बनाया जाएगा. इससे पहले खबर आई थी कि शिवपाल यादव और अमर सिंह इस्तीफा दे सकते हैं.
यह भी खबर आ रही है कि सपा सीएम अखिलेश यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी. बताया जा रहा है कि पार्टी के अधिकतर नेता, विधायक, सांसद और विधान पार्षद अखिलेश के साथ हैं. उनके पास 220 विधायकों और 60 एमएलसी के समर्थन का दावा किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस दौरान इन विधायकों से हलफनामे पर हस्ताक्षर भी करवाए गए.
साथ ही चुनाव आयोग में पार्टी और “साइकिल” सिंबल पर अखिलेश का दावा मजबूत है. क्योंकि चुनाव आयोग ने दोनों गुटों से विधायकों, सांसदों और विधान पार्षदों के हस्ताक्षर वाले दस्तावेज मांगे हैं. चूंकि अखिलेश के पास समर्थन ज्यादा है इसलिए पार्टी और सिंबल अखिलेश को मिल सकते हैं.
वहीं इससे पहले विधायकों और विधान पार्षदों की बैठक में अखिलेश ने कहा था कि वह आज सुबह नेताजी से मिलने जाने वाले थे लेकिन वह दिल्ली के लिए निकल गए थे. अब जब नेताजी लखनऊ आएंगे तो वह उनको रिसीव करने के लिए एयरपोर्ट जाएंगे.
अखिलेश यादव ने जो बैठक बुलाई थी उसमें शिवपाल गुट के भी नेता पहुंचे थे. अखिलेश यादव ने सभी विधायकों को आश्वस्त किया कि जो लोग भी बैठक में मौजूद हैं उनके टिकट नहीं काटे जाएंगे. बैठक में शिवपाल के करीबी एमएलसी जितेंद्र यादव भी पहुंचे थे. जितेंद्र यादव आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के समधि भी हैं.
समाजवादी पार्टी का विवाद सुलझने के बाद कांग्रेस पार्टी से गठबंधन कर सकते हैं अखिलेश यादव कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बीच गठबंधन को लेकर सहमति बन चुकी है. लेकिन गठबंधन होने की सूरत में अपना क़द घटने के डर से कांग्रेस के कुछ बड़े नेता और टिकट काटने के डर से ज़्यादातर कांग्रेसी प्रत्याशी गठबंधन का विरोध कर रहे हैं.