सपा सरकार में केवल अपराधी सुरक्षित, मुस्लिमों और दलितों के लिए थाना है क़त्लगाह: रिहाई मंच

लखनऊ : रिहाई मंच ने पीलीभीत के सद्दाम और शकील की पूरनपुर कोतवाली में हिरासत में हुई हत्या के लिए अखिलेश सरकार को जिम्मेदार बताया.  सियासत के अनुसार  सद्दाम और शकील अहमद को पूरनपुर कोतवाली पुलिस ने बुधवार को चोरी के आरोप में उठाया जिनकी हिरासत में मौत हो गई थी। पुलिस पर आरोप है कि उसने दोनों मुलजिमों की जैम कर पिटाई की थी जिस वजह से उनकी मौत हो गयी पुलिस ने बाद में चोरी के आरोप में उठाए गए इन युवकों पर मादक पदार्थों की तस्करी का इलज़ाम लगा दिया। सदा ए भारत के अनुसार  रिहाई मंच के अध्यक्ष मुहम्मद शुएब ने कहा की पिछले दिनों सीतापुर के महमूदाबाद में मुस्लिम लड़की की हिरासत में बलात्कार करके हत्या करने की घटना हो या बाराबंकी में पत्रकार के माँ के साथ बलात्कार करने की कोशिश या फिर सीतापुर और बलिया में दलित बस्तियों का जलाया जाना यह साफ हो गया है कि प्रदेश में न केवल कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है बल्कि अखिलेश सरकार ने पुलिस थानों में दलित–मुसलमान विरोधी अपराधियों को बैठा रखा है. मंच के अध्यक्ष ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा व घटना की उच्चस्तरीय जाँच की मांग करते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की .

रिहाई मंच नेता शबरोज़ मुहम्मदी के मुताबिक पीलीभीत,बलिया और सीतापुर की घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार दलितों –मुस्लिमो के साथ–साथ समाज के हर पिछड़े वर्ग के लोगों का अपने सामन्ती और साम्प्रदायिक जेहनियत के चलते बर्बर दमन पर उतारू है.प्रदेश में अपराधियों के अलावा कोई सुरक्षित नही है.उन्होंने बताया की बलिया के शिवपुर दीयर में क्रिकेट मैच की जीत के जश्न में जलाई गयी दलित बस्ती का रिहाई मंच प्रवक्ता शाहनवाज़ आलम,डाक्टर कमाल अहमद ,मंजूर अहमद और रोशन अली आज २ अप्रैल को दौरा करेंगे. (सभा डेस्क)