सफ़री तहदेदात में नरमी के हिंद-पाक मुआहिदा पर दस्तख़त

नई दिल्ली, 15 दिसंबर: (पीटीआई) हिंदूस्तान और पाकिस्तान ने आज नए वीज़ा मुआहिदा पर दस्तख़त करते हुए इसे कारकर्द बना दिया। इसके तहत कई बार दाख़िले और रिपोर्टिंग से पाक वीज़े ताजिरों को जारी किए जाएंगे। इलावा अज़ीं उम्र रसीदा अफ़राद को आमद पर वीज़े इजरा किए जाएंगे।

ये मुआहिदा 38 साल क़दीम तूलानी वीज़ा निज़ाम का जांनशीन होगा, जिस पर दोनों ममालिक ने 1974 में दस्तख़त किए थे। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिंदे ने नए निज़ाम का ऐलान करते हुए कहा कि इससे अवाम से अवाम के रवाबित को फ़रोग़ देने की राह हमवार होगी।

तमाम हिंदूस्तानी सिफ़ारतख़ानों को एक मुरासला रवाना किया जा चुका है और नए वीज़ा निज़ाम की तमाम रियास्ती हुकूमतों को भी इत्तिला दी जा चुकी है। मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला पाकिस्तान रहमान मलिक ने कहा कि अब वक़्त आ गया है कि पुराने दिन फ़रामोश कर दिए जाएं और बाहमी ताल्लुक़ात को आगे बढ़ाया जाए।

नए वीज़ा निज़ाम से तिजारत बेहतर होगी, गलतफहमियां दूर होंगी। ये एक तारीख़ी इक़दाम ही नहीं, बल्कि अमन की सिम्त पेशरफ़्त भी है, जिसका कई नसलों से इंतेज़ार किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि वाघा से लाहौर सफ़र करने वालों को एक तरग़ीबी सवारी पेश की जाएगी। नए मुआहिदा से दोनों ममालिक में ताजिरों को बार बार दाख़िले और रिपोर्टिंग से आज़ाद वीज़े हासिल होंगे।

पुराने निज़ाम में उन्हें सिर्फ़ तीन शहरों के सफ़र की सहूलत हासिल थी, जिसको अब पाँच कर दिया गया है। ताजिरों को पुलिस की जांच से भी इस्तिस्ना हासिल हो जाएगा।