सफ़र हज मंसूख़ करने वालों को रक़ूमात की वापसी

हैदराबाद । 4 दिसमबर (प्रैस नोट) सदर नशीन रियास्ती हज कमेटी जनाब सय्यद ख़लीलउद्दीन अहमद के बमूजिब मर्कज़ी हज कमेटी ने ऐसे आज़मीन-ए-हज्ज की रक़ूमात की वापसी की कार्यवाहीयां शुरू करदी हैं, जिन्हों ने हज 2011-के लिए क़िरआ अंदाज़ी में इंतिख़ाब और कुछ रक़म बैंक में जमा करने के बावजूद बीमारी (या वफ़ात) के बाइस अज़मे हज मंसूख़ करदिया था,

सदर नशीन हज कमेटी ने ऐसे आज़मीन से ख़ाहिश की है केवो अपनी जमा करदा रक़ूमात की वापसी केलिए मर्कज़ी हज कमेटी मुंबई के पता पर फ़ौरी अपने इद्दिआ जात रवाना करदें और उन के साथ बीमारी का सदाक़त नामा या आज़िम हज की वफ़ात की सूरत में उन के विरसा-ए-सदक़ात नामा वफ़ात ज़रूर मुंसलिककरें।

इस के इलावा बैंक में जमा करदा रक़म की सराहत करते हुए बैंक चालान की ज़ीराक्स कापी भी मर्कज़ी हज कमेटी को रवाना करें। इस नुमाइंदगी की एक नक़ल रियास्ती हज कमेटी के दफ़्तर में भी दाख़िल की जाए । हज 2011के इलावा गुज़शता साल केइद्दिआ जात भी रवाना किए जा सकते हैं।