नई दिल्ली, 7 मार्च (पी टी आई) हुकूमत ने आज कहा कि वो मसारिफ़ बराए रियायतें घटा कर 2011-12में जी डी पी के 2.6 फ़ीसद से 12 वीं मंसूबा (012-17ई) के ख़त्म तक 1.5 फ़ीसद करदेगी ताकि अख़राजात को काबुल-ए-बरदाश्त हद की पहले से मुतय्यन सतह तक महिदूद रखा जा सके।
मुमलिकती वज़ीर बराए पारलीमानी उमूर और मंसूबा बंदी राजीव शुक्ला ने राज्य सभा को एक तहरीरी जवाब में कहा, ये मंसूबा बनाया गया है कि सब्सीडीज़ पर अख़राजात को 2011-12में जी डी पी के 2.6 फ़ीसद से मुख़्तलिफ़ इस्लाहात के ज़रीया घटाते हुए 12 वीं मंसूबा के इख़ततामी साल (016-17) तक 1.5 फ़ीसद किया जाये।
उन्होंने मज़ीद कहा कि सब्सीडीज़ का सफ़ाया करदेना मक़सद नहीं। मख़सूस रियायतों के लिए गुंजाइश है जो तमाम तबक़ात को बढ़ावा देने में मुआविन हैं लेकिन ऐसी सब्सीडीज़ को वाजिबी पन की पहले से तए शूदा हद के अंदर होना चाहीए।