इंग्लैंड के एक अदालत में तलाक की रकम की बुनियाद पर अब तक के सबसे बडे मामलों में से एक में लंदन के एक फाइनेंसर क्रिस हॉन की बीवी जेमी कूपर-हॉन को 53 करोड डॉलर की रकम दिए जाने का फैसला सुनाया गया है। इन दोनों की मुलाकात हार्वर्ड युनिवर्सिटी में पढाई के दौरान हुई थी और दोनों के चार बच्चे हैं। इन दोनों ने तरक्की पज़ीर ममालिक में गरीबों की मदद के लिए चिल्ड्रन्स इन्वेस्टमेंट फंड फाउंडेशन नामी चैरिटेबल इदारा कायम किये थें ।
अमेरिका में जन्मी जेमी कूपर-हॉन (49) को किए जाने वाले इस अदा की गरी रकम की मालूमात उस समय सामने आई जब आखिरी फैसले से पहले इसकी कापी वकीलों को दस्तयाब करवाई गई। कूपर-हॉन के वकील मुबय्यना तौर पर इससे भी बडी रकम के लिए अपील दायर करने पर गौर कर रहे थे।
15 साल तक शादी शुदा ज़िंदगी गुजारने के बाद कूपर-हॉन हेज फंड मैनेज़र क्रिस हॉन (48) से अलग हो गई थीं। इन दोनों ने 70 करोड डॉलर की प्रापर्टी पर लडाई लडी। हॉन ने अपनी बीवी को एक-चौथाई हिस्सा देने की पेशकश किये थे लेकिन उसका दलील थी कि उनकी प्रापर्टी एक साझेदारी का नतीज़ा है।
कानूनी सेक्रेटरी और एक कार मैकेनिक के बेटे हॉन ने साल 2006 और 2011 के बीच मुबय्यना तौर परतकरीबन 1 अरब पाउंड दिए थे। फलाही खिदमात और बैनुल अक्वामी तरक्की में मदद करने के लिए उन्हें इस साल नाइट की डिग्री से नवाज़ा गया था।
हॉन ने अदालत को बताया कि लंबे दिनो से मैं हैरत अंगेज़ तौर पर दौलत बनाने वाला शख्स रहा हूं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वे वाकई दौलत के बारे में परवाह नहीं करते और इससे खुशी नहीं आती।
कानूनी सलाहकारों ने कहा कि यह निपटान ब्रिटेन में किए गए सबसे बड़े निपटान मामलों में से एक है लेकिन यह जानना मुश्किल है कि यह सबसे बड़ा मामला है या नहीं, क्योंकि मुम्किन है कि ज़्यादा निपटाने वाली रकम की मालूमात आवामी की ही नहीं गई हो।