सब्र आधा ईमान और यकीन पूरा ईमान है

हजरत अलकमा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) ने फ़रमाया, सब्र करना आधा ईमान है और यकीन पूरा ईमान है। (तिबरानी)