रियास्ती नज़म-ओ-नसक़ के मर्कज़ सेक्रेटेरिएट में रियासत की तक़सीम-ए-अमल में लाते हुए अलहदा रियासत तेलंगाना तशकील देने मर्कज़ी यू पी ए-ओ-कांग्रेस हाईकमान के फ़ैसले का एलान किए जाने के साथ ही सीमा आंध्र मुलाज़मीन के पिछ्ले 23 दिन से जारी एहतेजाज और डयूटी से ग़ैर हाज़िर होकर रियालियां मुनज़्ज़म किए जाने के नतीजे में रियास्ती सेक्रेटेरिएट का नज़म-ओ-नसक़ मुकम्मिल ठप होजाने की वजह से बदअमनी-ओ-बदनज़्मी पाई जा रही है और इस बदनज़्मी वग़ैरा को दूर करने-ओ-सेक्रेटेरिएट में अमन की फ़िज़ा-ए-को बहाल करने के लिए तेलंगाना मुलाज़मीन की मुशतर्का मजलिस-ए-अमल और सेक्रेटेरिएट तेलंगाना को आरडीनीशन कमेटी के ज़ेर-एएहतेमाम अमन रियाली का इनइक़ाद अमल में लाया गया।
अमन रियाली का सेक्रेटेरिएट के बलॉक से आग़ाज़ हुआ और मुख़्तलिफ़ ब्लॉक्स से गुज़रते हुए समता बलॉक तक मुनज़्ज़म करदा इस रियाली में तेलंगाना मुलाज़मीन कसीर तादाद में शरीक थे।
इस रियाली की ख़ुसूसीयत ये थी कि रियाली में शरीक किसी एक मुलाज़िम ने एक नारा बुलंद नहीं किया बल्कि ख़ामोश रियाली मुनज़्ज़म की गई थी और सिर्फ़ एहतेजाज मुलाज़मीन अपने हाथों में प्ले कारडज़ थामे हुए थे जिस पर अलहदा रियासत तेलंगाना की तशकील के अमल को फ़ौरी शुरू करने का मुतालिबा तहरीर किया गया था।