सब इंस्पेक्टर लंगर हाउज़ का आमिराना रवैया तालिबे इल्म से बदसुलूकी और धमकीयां

हैदराबाद 23 जनवरी : शहर में मिसाली पुलिस ख़िदमात और अवाम दोस्त पालिसीयों की कोशिशें जारी हैं। अवाम से ख़ुशगवार-ओ-बेहतरीन दोस्ताना ताल्लुक़ात को पुलिस के आला ओहदेदार तर्जीह दे रहे हैं।

खास्कर कमिशनर पुलिस अपने मातहत अमला पर-ज़ोर दे रहे हैं कि वो अवाम को सहूलत बख़श ख़िदमात फ़राहम करें लेकिन कमिशनर पुलिस के अहकामात और कोशिशों को ख़ुद मातहत ओहदेदार ही नुक़्सान पहुँचा रहे हैं। बावजूद इस के पुलिस के रवैये में कोई तबदीली देखी नहीं जा रही है।

एक एसा अफ़सोसनाक वाक़िया लंगर हाउज़ पुलिस स्टेशन में पेश आया। इस वाक़िये ने पुलिस के बयानात और इक़दामात को ज़ाहिर कर दिया और इस वाक़िये से ये बात भी सामने आगई कि पुलिस स्टेशन में इज़्ज़तदार शहरी से भी वही सुलूक किया जाता है जो एक सारिक़ बदमाश और रहज़न के साथ किया जाता है। ताख़ीर से मंज़र-ए-आम पर आए इस वाक़िये ने पुलिस लंगर हाउज़ की पोल खोल दी चूँकि इस स्टेशन में इंस्पेक्टर की मौजूदगी के बावजूद सब कुछ एक सब इंस्पेक्टर की मर्ज़ी के मुताबिक़ चलता है।

इंस्पेक्टर भी इस सब इंस्पेक्टर की मर्ज़ी के आगे अपने इख़्तियारात के इस्तेमाल से क़ासिर है। पिछ्ले रोज़ एक तालिबे इल्म जो क़ादिर बाग़ इलाके के साकिन एक बिल्डर का बेटा है अपनी कार लेकर लंगरहाउज़ इलाक़े से गुज़र रहा था कि इस के हाथों हादसा पेश आया। हादसे में कोई ज़ख़मी नहीं हुआ और इस हादसे में कार को मामूली नुक़्सान पहुँचा। उस लड़के को इमतेहान के लिए जाना था लिहाज़ा उसने अपने वालिद को फ़ोन पर हादसे की इत्तेला दी और गाड़ी सड़क पर छोड़कर चला गया। जब उस के वालिद ने देखा कि गाड़ी हादसे पर नहीं थी और गाड़ी लंगर हाउज़ पुलिस स्टेशन में थी जब इस बिल्डर ने पुलिस स्टेशन पहोनचकर दरयाफ़त किया तो अमला ने बिल्डर से कहा कि सब इंस्पेक्टर शशीधर नहीं हैं लिहाज़ा वो शाम में आएं। जब बिल्डर ने शाम पुलिस स्टेशन का रुख किया और शशीधर से मुलाक़ात की तो वाक़िया कुछ और ही निकला। इस सब इंस्पेक्टर शशीधर पर इल्ज़ाम है कि उसने बिल्डर के फ़र्ज़ंद तालिबे इल्म को नशा करने और ड्रग्स के इस्तेमाल पर मार पिट का निशाना बनाया। और नाजायज़ तौर पर मुक़द्दमात में फाँसा और तालिबे इल्म का कैरियर तबाह करने की बाप के सामने लड़के को धमकी दी और बदसुलूकी करने लगा। इस बात पर बिल्डर ने इंस्पेक्टर की तवज्जा मर्कूज़ करवाई तो इंस्पेक्टर ने बजाय सब इंस्पेक्टर के रवैये पर अफ़सोस करने के बिल्डर को हिदायत दि कि मुआमले को हल करलीं।

इंस्पेक्टर पर इल्ज़ाम है कि उन्होंने ख़ुद बिल्डर को हिदायत दि कि वो बात को आगे ना बढ़ाईं। इस बात पर ब्रहमी का शिकार बिल्डर और उनके साथीयों ने एसीपी से मसले को रुजू किया। एसीपी की मुदाख़िलत पर बिल्डर और उनका लड़का रात देर गए अपने मकान पहूंचे।