सब इन्सपैक्टरों के तबादलों के अहकामात मंसूक

निज़ाम आबाद 06 नवंबर (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) सब इन्सपैक्टरस के तबादला-ओ-तक़र्रुत हर रोज़ एक नया मोड़ इख़तियार कररहा है सब इन्सपैक्टरस के तबादलों किया अहकामात की क़ियास आराईयां के मुताबिक़ कल सुबह सब इन्सपैक्टरस के तबादला करते हुए रेंज डी आई जी मिस्टर संजय ने अहकामात जारी किया और शाम 5 बजे के बाद इन अहकामात को मंसूख़ करते हुए अहकामात जारी किए जिस की वजह से महिकमा पुलिस और अवाम में सब इन्सपैक्टरस के तबादले-ओ-तक़र्रुत मौज़ा बेहस बना हुआ है । डी आई जी मिस्टर संजय ने 14 सितंबर को सब इन्सपैक्टरस के तबादले करते हुए अहकामात जारी किया था और इसी रोज़ शाम में इन अहकामात को मंसूख़ करदिया और दूसरी मर्तबा भी यहीं वाक़िया पेश आया। 14 सितंबर के रोज़ ज़िला मैं इंतिख़ाबी अमल के जारी होने की वजह से सब इन्सपैक्टरस के तबादले के अहकामात के मंसूख़ की वजह बताते हुए आई जी ने इन अहकामात को मंसूख़ किया था जबकि उस वक़्त ये बात आम होगई थी कि चंद सब इन्सपैक्टरस अपनी मर्ज़ी की पोस्टिंग ना मिलने पर बरसर-ए-इक़तिदार जमात क़ाइदीन के ज़रीया चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर एन किरण कुमार रेड्डी को ज़िला के वज़ीर मिस्टर सुदर्शन रेड्डी के ज़रीया शिकायत करने पर चीफ़ मिनिस्टर ने इन तबादलों को मंसूख़ करने केलिए आई जी को अहकामात जारी किया था लेकिन इस मर्तबा डी आई जी निज़ाम आबाद रेंज मिस्टर संजय ने 28 रैगूलर सब इन्सपैक्टरस और 17 प्रोबेशनरी सब इन्सपैक्टरस के तक़र्रुत और तबादले को मंसूबा बंद तरीक़ा से अंजाम देने केलिए दो दिन तक फ़हरिस्त की तैय्यारी में मसरूफ़ थे और कल सुबह इन अहकामात को जारी किया लेकिन फिर अचानक शाम 5 बजे के बाद इन अहकामात को मंसूख़ करते हुए मुताल्लिक़ा सब इन्सपैक्टरस को बरक़रार रखने की हिदायत दी गई लेकिन इस की वजह मालूम नहीं होसकी ।ज़िला में जारी रचा बंडा प्रोग्राम की वजह से भी अहकामात को मंसूख़ करने के इमकानात ज़ाहिर होरहे हैं क्योंकि 45 सब इन्सपैक्टरस के तबादला किए जाने पर पुलिस केलिए मसाइल पेश आने के इमकानात है और बंद-ओ-बस्त का मसला भी पेश आसकता है जिस की वजह से भी तबादला मंसूख़ किए जाने की भी इत्तिला है लेकिन दो माह के अंदर सब इन्सपैक्टरस के तक़र्रुत-ओ-तबादले के अहकामात जारी और मंसूख़ महिकमा पुलिस में मौज़ू बेहस बना हुआ है और ये बात भी आम है कि बरसर-ए-इक़तिदार जमात के क़ाइदीन की मर्ज़ी के बगै़र आला ओहदेदार कुछ भी करना नामुमकिन ही।.