हैदराबाद 09 दिसंबर: तेलंगाना सरकार ने राज्य में शिक्षण और गैर शिक्षण सरकारी मेडिकल संस्थानों में बायोमेट्रिक सिस्टम इस महीने के अंत तक चालू करने का फैसला किया है ताकि संकाय और डॉक्टर्स की उपस्थिति का पता चला सके।
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के नेता सिद्धांतों के तहत यह कदम किया जा रहा है जिसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि डॉक्टर्स सरकारी संस्थानों में निर्धारित समय पर उपस्थित रहें और सभी निर्धारित समय अपने संगठन में गज़ारें।
सारे देश में यह शिकायत है कि सरकारी डॉक्टरों निर्धारित समय दवाख़ानों में मौजूद नहीं होते हैं और जनता के स्वास्थ्य की परवाह किए बिना प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं। निदेशक चिकित्सा शिक्षा एम रमनी ने कहा कि जनवरी तक बायोमेट्रिक सिस्टम तेलंगाना के 26 शिक्षण और गैर शिक्षण मेडिकल संस्थानों में प्रचलित हो जाएगा सरकार के इस इकदाम से प्राइवेट मेडिकल संस्थानों पर नकारात्मक असर पड़ेगा क्योंकि अब वहाँ कोई सरकारी डॉक्टर नहीं पहुंच सकेगा।
इस समय सरकारी दवाख़ानों का यह हाल है कि 2 बजे दिन के बाद कोई बड़ा डॉक्टर उपलब्ध नहीं होता। दैनिक भी तय सरजरीस में देरी हो रही है। सर्जन का इंतेजार रहता है जो कभी-कभी समय पर नहीं आते। यह शिकायत हेल्पिंग हैण्ड फाउंडेशन के ज़िमेदारें ने की है यह संस्था रोगियों को सरकारी दवाखाने पहुँचाने में मदद करता है।