JNU और जाट आरक्षण पर बोलीं किरण बेदी ‘ भारतीय कानून में संशोधन की जरूरत’

नई दिल्ली : पूर्व पुलिस अधिकारी CII यंग इंडिया की तरफ से आयोजित प्रोग्रम को संबोधित करते हुए पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी JNU  मुद्दे और हरियाणा में जाट आंदोलन का जिक्र करते हुए 66 वर्षीय भाजपा मेम्बर ने कहा कि समय के साथ भारतीय कानून कमजोर हुआ है और इसमें सुधार की जरूरत है। और उन्होंने  संसद हमले के मुजरिम  अफजल गुरू को 2001 में फांसी पर लटकाने के खिलाफ 9 फरवरी को JNU में हुई घटना को अपराध करार दिया और दावा किया कि मुद्दे के राजनीतिकरण के कारण यह काफी बड़ा हो गया।

हिंदुस्तान  के मुताबिक बेदी ने कहा कि अगर आप मुझसे जेएनयू घटना के बारे में पूछें तो यह कानून का उल्लंघन है। जेएनयू की घटना अपराध थी। पूरा मुद्दा बड़ा हो गया क्योंकि इसका राजनीतिकरण किया गया और फिर पुलिस से उम्मीद की गई कि वह चुप रहे। इस प्रोग्राम में बांग्लादेश की लेखिका तस्लीमा नसरीन और किन्नर कार्यकर्ता लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने भी शिरकत की।