इंडोनेशिया- आचे प्रांत के इलाके में दो युवकों को समलैंगिकता के आरोप में सज़ा सुनाई गई है। समलैंगिकता को इस्लाम के खिलाफ़ बताकर कोर्ट ने दोनों युवकों को सौ सौ बेंत मारने की सज़ा दी है । इस प्रांत में पहली बार ऐसी सजा सुनाई गई है।
डीडब्ल्यू डॉट कॉम के मुताबिक़ आचे की शरई अदालत के आदेश के अनुसार दो समलैंगिक पुरुषों को सौ-सौ बेत मारने का आदेश दिया गया है। इंडोनेशिया के आचे प्रांत में शरई कानून लागू है। इस प्रांत में शरई कार्यवाहक कमीटियां भी निर्धारित हैं, जो धार्मिक और नैतिक मूल्यों के खिलाफ गतिविधियां करने वालों को हिरासत में लेकर अदालत में पेश करती हैं। दोनों समलैंगिक पुरुषों को भी निगरानी करने वाली एक कमेटी के सदस्यों ने गिरफ्तार किया था।
इंडोनेशियाई प्रांत आचे की शरई पुलिस ने प्रांतीय राजधानी बांदा आचे में दो समलैंगिकों को अदालत में पेश किया।सुनवाई के बाद शरई कोर्ट ने ये सज़ा सुनाई । इन दोनों लोगों को एक छात्रावास से गिरफ्तार किया गया था। शरई पुलिस प्रवक्ता मारज़ोकी के अनुसार दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार युवकों की उम्र 21 और 23 साल है । कार्यवाहक कमीटी के छापेमारी की वीडियो भी मौजूद है, जिसमें इन दोनों युवकों को एक
ही बिस्तर में देखा जा सकता है। गिरफ्तारी के बाद इन दोनों ने अपने जुर्म को स्वीकार भी किया था।
इन युवकों की गिरफ्तारी पर आचे और सारे इंडोनेशिया में मानवाधिकार के कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध किया है, साथ ही चिंता ज़ाहिर करते हुए कहाकि आचे में समलैंगिको को बेहद सख्त नियमों के साथ भेदभाव का भी सामना करना पड़ता है ।
इंडोनेशिया का प्रांत आचे एकमात्र ऐसा प्रांत है, जहां इस्लामी शरीयत औपचारिक रूप से लागू है । आचे में ही कुछ महीने पहले शराब और जुआ खेलने वालों को सरेआम बेत लगाए गए थे। शरई कानून 2015 से लागू किया गया है।ट