दो हरीफ़ जमातों की जानिब से बी जे पी को इक़तेदार से दूर रखने के लिए इत्तेहाद के बिहार तजुर्बे का उत्तरप्रदेश में इमकान वाज़िह तौर पर मुस्तरद करते हुए बी एस पी सरबराह मायावती ने कहा कि असेम्बली इंतेख़ाबात में समाजवादी पार्टी से हाथ मिलाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। उन्होंने आर जे डी सरबराह लालू प्रसाद यादव की इस तजवीज़ को यकसर मुस्तरद कर दिया कि कट्टर हरीफ़ बी एस पी और एस पी को उत्तरप्रदेश में अज़ीम इत्तेहाद तशकील देना चाहिए।
मायावती ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी और बी जे पी ने अमलन एक दूसरे से हाथ मिला लिया है। उन्होंने कहा कि बी एस पी असेम्बली इंतेख़ाबात में तन्हा मुक़ाबला करेगी। मायावती ने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि जब कभी समाजवादी पार्टी इक़तेदार पर आई जराइम, फ़िर्कावाराना तशद्दुद, इस्मत रेज़ि और डकैती के वाक़ियात में ग़ैरमामूली इज़ाफ़ा हुआ। उन्होंने कहा कि पार्टी का यही तरीका-ए-कार रहा है और अगर ऐसे वाक़ियात ना हो तो फिर इस पार्टी का सफ़ाया होजाएगा। उन्होंने कहा कि इन तमाम उमूर को पेशे नज़र रखते हुए एस पी के साथ इत्तेहाद और मुत्तहदा मुक़ाबले का सवाल ही पैदा नहीं होता।
क़ब्लअज़ीं समाजवादी पार्टी सरबराह मुलायम सिंह यादव ने ये तजवीज़ पेश की थी कि अगर आर जे डी सरबराह इस ज़िमन में पेशरफ़त करते हैं तो उन्हें उत्तरप्रदेश में बी एस पी के साथ हाथ मिलाने में कोई क़बाहत नहीं। उन्होंने कहा था कि अगर लालू जी इस ज़िमन में पहल करें तो उन के लिए कोई मसला नहीं होगा। आर जे डी सरबराह ने हाल ही में कहा था कि एस पी और बी एस पी को एक दूसरे से इत्तिहाद करते हुए उत्तरप्रदेश में बी जे पी को शिकस्त देनी चाहिए।
मायावती ने कहा कि आज उत्तरप्रदेश में लोग बी एस पी दौरा हुकूमत को याद करते हैं और वो चाहते हैं कि मायावती हुकूमत दुबारा इक़तिदार पर आए ताकि रियासत में अमन-ओ-हम आहंगी बहाल होसके। उन्हों ने कहा कि बी एस पी असैंबली इंतिख़ाबात में तन्हा मुक़ाबला करेगी और उन्हें यक़ीन हीका वो दुबारा उत्तरप्रदेश में इक़तिदार हासिल करेगी। उसे किसी और जमात की ताईद की बिलकुल ज़रूरत नहीं। उन्हों ने कहा कि बी एस पी इक़तिदार पर आने की सूरत में ग़ैर समाजी अनासिर से सख़्ती से निमटेगी और इस्मत रेज़ि के वाक़ियात को ख़त्म किया जाएगा। रियासत में फ़िर्कावाराना तशद्दुद के लिए उन्होंने एस पी और बी जे पी दोनों को ज़िम्मेदार क़रार दिया। उन्होंने कहा कि ये दोनों अंदरूनी तौर पर हाथ मिला चुके हैं चुनांचे बी एस पी के किसी और जमात से इत्तेहाद का सवाल पैदा नहीं होता।