ग़ुर्बत के बारे में आदाद-ओ-शुमार के लिए तन्क़ीद का निशाना बने हुए मंसूबा बंदी कमीशन ने आज कहा कि एक टेक्नीकी ग्रुप इस मसला के मुख़्तलिफ़ पहलोओं बिशमोल ख़ुसूसी शोबा के फ़वाइद का ख़त ग़ुर्बत से ताल्लुक़ का जायज़ा लेगा।
मंसूबा बंदी कमीशन के नायब सदर नशीन मोनटक सिंह अहलुवालिया ने एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि एक टेक़्नीकी ग्रुप क़ायम किया गया है, जो तनडोलकर (ग़ुर्बत) कमेटी के ख़ुतूत पर इस मसला का जायज़ा लेगा। कल साबिक़ा मौक़िफ़ से इन्हेराफ़ करते हुए मोनटक सिंह ने समाजी फ़लाही स्कीमों जैसे ग़िज़ाई तमानीयत बिल से ख़त ग़ुर्बत के रब्त की तरदीद की थी, लेकिन आज इन फ़वाइद और ग़ुर्बत की सतह के बाहमी रब्त के बारे में तहक़ीक़ात करनी चाहीए।
एक टेक्नीकी ग्रुप तशकील देने का ऐलान किया है। मर्कज़ी वज़ीर-ए-ममलकत बराए मंसूबा बंदी अश्वनी कुमार ने भी अपने ब्यान में इस की तस्दीक़ की।