सम्पंगी की दरख़ास्त ज़मानत का इदख़ाल

बद उनवानियों (भ्रष्टाचार) में मुलव्वस जेल की सज़ा काट रहे बी जे पी एम एल ए सम्पंगी (Y Sampangi) ने कर्नाटक हाईकोर्ट में दरख़ास्त ज़मानत दाख़िल करते हुए लोक आयुक़्त अदालत के फ़ैसले पर नज़र-ए-सानी ( पुन: विचार) का मुतालिबा किया जिस की समाअत ( सुनवायी) कल जस्टिस जगन्नाथन के इजलास पर होगी ।

सम्पंगी (Y Sampangi) के जी एफ़ हलक़ा राय दही (KGF assembly constituency) की नुमाइंदगी करते हैं , को लोक आयुक़्त पुलिस ने 29 जनवरी 2009 को उस वक़्त रंगे हाथों गिरफ़्तार कर लिया था जब वो 50,000 रुपये नक़द और साढे़ चार लाख रुपये ब ज़रीया चेक फ़ारूख नामी एक ताजिर से वसूल कर रहे हैं ताकि एक सियोल तनाज़ा की यकसूई की जा सके । सम्पंगी (Y Sampangi) को शहर के मुज़ाफ़ात (Outskerts) में वाक़्य( मौजूद) प्रप्पना अग्रहरा सेंटर्ल जेल (Parappana Agrahara central )में रखा गया है ।