सरकरदा हिज्बुल मुजाहिद्दीन कमांडर गिरफ़्तार

एक सरकरदा हिज्बुल मुजाहिद्दीन कमांडर और इस के चार बरसर-ए-आम घूमने वाले वर्कर्स की ज़िला बारहमोला में सोपोर से गिरफ़्तारी के साथ पुलिस ने आज दहशतगर्द तंज़ीम के सिल को बेनकाब करने का पता चलाया है। डी आई जी नॉर्थ कश्मीर जे पी सिंह ने यहां से 55 किलो मेरिट दूर मीडियावालों को बताया कि एक कामयाब ऑप्रेशन में हिज्बुल मुजाहिद्दीन का एक आला कमांडर पकड़ा गया और सोपोर में हिज़्ब का सिल बेनकाब कर दिया गया।

सिंह ने कहा कि पुलिस ने आर्मी और सी आर पी एफ़ की इआनत के साथ निसार अहमद डार उर्फ़ उसमान को हिरासत में लिया। वो ख़तरनाक अस्करीयत पसंद है जो क़ब्लअज़ीं लश्कर-ए-तैबा तंज़ीम के साथ काम किया करता था। उसे इस से क़बल 2007 में पुलिस ने पकड़ते हुए 50 दस्ती बमों की बड़ी खेप बरामद की थी।

पुलिस ऑफीसर ने कहा कि माबाद 2009 में अपनी रिहाई पर वो हिज्बुल मुजाहिद्दीन की सफ़ों में शामिल हुआ और शुमाली कश्मीर और श्रीनगर सिटी के इलाक़ों में बड़ी तादाद में दहश्त गिरदाना सरगर्मीयों में शामिल‌ रहा। वो शुमाली कश्मीर और श्रीनगर सिटी में सरगर्म हिज्बुल मुजाहिद्दीन दहशतगर्द नट वर्क का निहायत कलीदी मैंबर है। उन्होंने कहा कि डार कई दहशत गिरदाना हरकतों में शामिल‌ है जो इस ने आज़ादाना तौर पर और अपने दीगर मुआवनीन के साथ मुशतर्का तौर पर हिंदवाड़ा, सोपोर, पट्टन और श्रीनगर में किए।

डी आई जी ने कहा कि 2011 में सोपोर के लाठी शॉट में एक पुलिस कांस्टेबल को हलाक करने के अलावा वो सोपोर पुलिस स्टेशन के बाहर असरी बम धमाके के पीछे भी कारफ़रमा रहा, जिस के नतीजे में एक और कांस्टेबल की मौत होगई। रवां साल जून में डार और साथीयों ने एक बिज़नस मैन को भी हलाक किया था।