मुजफ्फरपुर 15 मई : सिकंदरपुर मन वाक़ेय खासमहाल के जमीन का बंदरबांट कराने में रेवेनु महकमा के साथ म्युनिसिपल कारपोरेशन के अहलकारों की भी मिलीभगत रही। म्युनिसिपल कारपोरेशन ने सरकारी जमीन पर आधा दर्जन से ज्यादा मकान का होल्डिंग नंबर एलॉट कर दिया। योगिया मठ वाक़ेय वार्ड 11 में सरकारी जमीन पर बने मकान के टैक्स वसूली के दौरान मामला सामने पर शहर कमिश्नर ने टैक्स वसूली पर रोक लगाते हुए होल्डिंग मनसुख करने की हिदायत दी।
चौंकाने वाली बात यह है कि जमीन पर कब्जा जमाये लोगों पर सरकारी जमीन हड़पने और खरीद-फरोख्त करने का सनाह भी दर्ज है। इसके बावजूद यह लोग जमीन पर कब्जा करके बैठे हुए है। यही नहीं सरकारी जमीन पर बने बस्ती को कानूनी बनाने के लिए इसमें नुरुल मंसूबा से धोबीघाट होते सिकंदरपुर मेन सड़क तक रोड और नाला बनाने का अमल भी चल जारी है। जिसका धोबीघाट मुहल्ला के लोग मुखालफत कर रहे है। मुहल्ला के लोगों ने जिला अफसर को दरख्वास्त देकर जमींन माफियाओं पर कार्रवाई की मुतालबा लगायी है।
रेवेनु अहलकारों ने की मदद
खासमहाल जमीन को हड़पने के लिए तमाम नियम कानून को ताक पर रख कर रेवेनु अहलकारों ने ज़मीं -माफियाओं को मदद पहुंचायी। नंद किशोर महतो और दीगर नाम से हुए दाखिल खारिज वाद संख्या 16/ 76- 77 को रेवेनु मुलाजिम और सर्किल इंसपेक्टर ने खाता नंबर 254 और खेसरा नंबर 362, 363, 364, 366, 381, 389 , 390 को गोदावरी देवी नाम के खातून के नाम से लगान का तायिन कर दिया। यह मामला निगरानी न्यायालय तक पहुंच चुका है।