सरकारी मदारिस में बुनियादी सहूलतें , सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले का ख़ैर मुक़द्दम

हैदराबाद । 20 । अक्टूबर : ( प्रैस नोट ) : मुहम्मद उसमान शहीद ऐडवोकेट सदर ऑल इंडिया मुस्लिम फ्रंट ने अपने सहाफ़ती ब्यान में सुप्रीम कोर्ट के ताज़ा तरीन सादर करदा फ़ैसले का ख़ैर मुक़द्दम किया है जिस में रियास्ती हुकूमतों और इंडियन यूनीयन के ज़ेर-ए-एहतिमाम इलाकोंमें सरकारी मदारिस में बैत उल-ख़ला , पीने के पानी-ओ-दीगर बुनियादी सहूलतों की अदमे मौजूदगी में जजस साहिबान ने अपने गहरे सदमे का इज़हार करते हुए हुकूमतों को सख़्ती से हिदायत दी है कि वो ऐसे तमाम मदारिस में 31 दिसंबर 2011 से क़बल पक्के बैत उल-ख़ला तामीर करें और पीने के पानी के इलावा दीगर सहूलतें फ़राहम करें । 31 दिसंबर से क़बल 30 नवंबर तक पक्के बैत उल-खुला की तामीर तक आरिज़ी इंतिज़ाम करें । उसमान शहीद ने कहा कि ऑल इंडिया ताहिर ब्याबानी मर्कज़ बराए फ़रोग़ उर्दू के बयानर तले बहैसीयत सदर उन्हों ने अपने रुफ़क़ा-ए-कार के साथ कई एक सरकारी उर्दू मीडियम मदारिस का मुआइना कर के हुकूमत आंधरा प्रदेश के मुताल्लिक़ा ज़िम्मेदारों की तवज्जा ज़रीया अख़बारात-ओ-याददाश्त मबज़ूल करवाई थी और उर्दू मदारिस की ना गुफ़्ता बह हालत-ए-ज़ार की सख़्त मुज़म्मत की थी । उन के दौरों और नुमाइंदगी ने भी सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले में अहम रोल अदा किया है । उसमान शहीद ने तमाम उर्दू मीडियम के सदूर से ख़ाहिश की कि वो सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले की रोशनी में महिकमा तालीम के ज़िम्मेदार ओहदे दारों को तहरीरी तौर पर वाक़िफ़ करवाईं और इस फ़ैसले पर अमल आवरी करवाईं । उन्हों ने हुकूमत आंधरा प्रदेश से भी मुतालिबा किया कि वो सुप्रीम कोर्ट के इस फ़ैसले पर अमल करने में कोई तसाहुल से काम ना ले चूँकि उर्दू मीडियम मदारिस में बैत उल-ख़ला , तहारत ख़ाने , पीने के पानी , बर्क़ी और सफ़ाई जैसी सहूलतों का फ़ुक़दान है । अगर हुकूमत इस फ़ैसले पर अमल ना करे तो ऑल इंडिया मुस्लिम फ्रंट हुकूमत , महिकमा तालीम के मुताल्लिक़ा ओहदेदारों और उर्दू मीडियम मदारिस के सदूर साहिबान के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट में तौहीने अदालत का मुक़द्दमा दायर करेगा