सरकारी मुलाज़िमीन की लापरवाही ,सेक्रेट्रियट सुनसान

वज़ीर इन्फ़ार्मेशन टेक्नालोजी-ओ-पंचायत राज के टी रामा राव‌ ने डी बलॉक में वाक़्ये मह्कमाजात पंचायत राज और रूरल डेवलपमेंट के दफ़ातिर का अचानक मुआइना किया और मुलाज़िमीन-ओ-ओहदेदारों की ताख़ीर से आमद पर सख़्त ब्रहमी की।

के टी रामा राव अगरचे मुक़र्ररा ऑफ़िस के औक़ात से तक़रीबन 20 मिनट बाद अचानक दफ़ातिर पहुंचे लेकिन उन्हें ये देख कर हैरत हुई कि कई ओहदेदार और मुलाज़िमीन अभी तक दफ़्तर नहीं पहुंचे थे।

महिकमा के 21 सेक्शन ऑफीसरस हैं जिन में से सिर्फ़ 4 ही मुक़र्ररा वक़्त पर दफ़्तर पहुंचे थे। सेक्रेट्रियट में वाक़्ये उन के महिकमा के दफ़ातिर की ये सूरत-ए-हाल देख कर वो ब्रहम होगए और उन्होंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी रेमंड पीटर को हिदायत दी के ताख़ीर से पहुंचने वाले मुलाज़िमीन की एक दिन की रुख़स्त शुमार की जाये।

ताहम बाद में मुलाज़िमीन की दरख़ास्त पर उन्होंने कार्रवाई से दसतबरदारी इख़तियार करली।के टी आर ने हिदायत दी कि ताख़ीर से पहुंचने वाले मुलाज़िमीन के बारे में प्रिंसिपल सेक्रेटरी रेमंड पीटर को रिपोर्ट किया जाये।

उन्होंने कहा कि जब सेक्शन ऑफीसर ही वक़्त पर ना पहुंचे तो फिर दुसरे मुलाज़िमीन कैसे वक़्त पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि सेक्रेट्रियट के प्रिंसिपल सेक्रेटरी से लेकर मवाज़आत में मौजूद विलेज सेक्रेटरी तक के लिए वक़्त की पाबंदी ज़रूरी है ताकि महिकमा की कारकर्दगी बेहतर बनाई जा सके।

के टी आर ने मुख़्तलिफ़ शोबे जात का मुआइना किया और वहां मौजूद मुलाज़िमीन से बातचीत की। उनके मुआइना के दौरान कई मुलाज़िमीन यके बाद दीगरे दफ़्तर पहुंच रहे थे और वो मुताल्लिक़ा वज़ीर को अपने दफ़्तर में देख कर हैरान होगए।

के टी रामा राव‌ ने सेक्शन ऑफीसर और उन से बालातर बाज़ ओहदेदारों की ताख़ीर से आमद के लिए तहरीरन वज़ाहत तलबी की हिदायत दी। उन्होंने ओहदेदारों और मुलाज़िमीन से कहा कि तेलंगाना हुकूमत अगरचे मुलाज़िम दोस्त हुकूमत है लेकिन कारकर्दगी के सिलसिले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अगर ,सेक्रेट्रियट के दफ़ातिर का ये हाल है तो फिर बैरूनी दफ़ातिर का क्या हाल होगा। के टी आर ने कहा कि ,सेक्रेट्रियट के ओहदेदारों और मुलाज़िमीन को वक़्त की पाबंदी और बेहतर कारकर्दगी के ज़रीये दूसरों के लिए मिसाल क़ायम करना चाहीए।

उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राउ हमेशा ही मुलाज़िमीन के हक़ में रहे हैं और हुकूमत ने मुलाज़मीन के हक़ में कई फ़ैसले किए। हेल्थ् कार्ड की इजराई, पोरेविझन कमीशन पर अमल आवरी, तेलंगाना इन्क्रीमेंट और मर्कज़ी हुकूमत के मुलाज़िमीन के मुमासिल पेस्केल जैसे अहम फ़ैसले किए गए।

हुकूमत भी तवक़्क़ो करती हैके मुलाज़िमीन इस ख़ैरसिगाली के जवाब में अपनी बेहतर कारकर्दगी के ज़रीये तेलंगाना की तरक़्क़ी को यक़ीनी बनाएंगे और हुकूमत से भरपूर तआवुन करेंगे।