सरकारी स्कूलों की ख़राब हालत पर चीफ़ मिनिस्टर का ईज़हारे तशवीश

हैदराबाद 24 फरवरी:तेलंगाना के चीफ़ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव‌ ने अपनी रियासत के तमाम वेलफेयर हॉस्टलस को मरहला वार असास पर रेजिडेंशियल स्कूलस में तबदील करने के अलावा दर्ज फ़हरिस्त तबक़ात-ओ-क़बाईल और अक़लियतों को बेहतरीन मयारी तालीम की फ़राहमी के लिए एक मन्सूबा अमल के मक़सद से जामा पालिसी करने की हिदायत की है।

चीफ़ मिनिस्टर ने अपने कैंप ऑफ़िस पर डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर-ओ-वज़ीर-ए-तालीम कडीम श्रीहरी, वज़ीर फाइनैंस अटाला राजिंदर और दोनों महिकमों के आला ओहदेदारों के साथ तेलंगाना के आम बजट में तालीमी शोबे की तर्जीहात का जायज़ा लिया। उन्होंने इस बात पर गहिरी तशवीश का इज़हार किया कि तालीमी शोबे पर 20,000 करोड़ रुपये के फंड्स सर्फ़ किए जाने के बावजूद इमतेहानी नताइज के एतबार से उन सरकारी स्कूलों की कारकर्दगी बेहतर नहीं है।

सरकारी स्कूलों के अहाते में बेहतर सफ़ाई नहीं है। पानी और दुसरे बुनियादी सहूलतों का फ़ुक़दान है। उन्होंने कहा कि हुकूमत बहुत जल्द एक क़ानून वज़ा करते हुए देहातों में सरकारी स्कूलस की सफ़ाई, बुनियादी सहूलतों का फ़ुक़दान है। उन्होंने कहा कि हुकूमत बहुत जल्द एक क़ानून वज़ा करते हुए देहातों में सरकारी स्कूलस की सफ़ाई, बुनियादी सहूलतों की फ़राहमी, अहाते में सब्ज़ा ज़ारी-ओ-शजरकारी और इंफ्रास्ट्रक्चर में बेहतरीन के लिए पंचायतों को ज़िम्मेदार बनाएगी।