सरका व रहज़नी के वाकीयात पुलीस रोक थाम में नाकाम

शहर में सरका वरहज़नी की वारदातों को रुकने में सिटी पुलिस की चौकसी बे फ़ैज़ी( नाकाम) साबित होरही है और सार्कों( चूर) की गिरफ़्तारी के बावजूद सार्कों के नए चेहरे सामने आरहे हैं । आसान तरीका कार और एक ही अंदाज़ से सरका रहज़नी अंजाम देने वाले सार्कों ने अब नए तरीक़ा अपना लीए हैं ।

एक ऐसे ही वाक़िया में सिटी पुलिस के पंजा गट्टा डीवीझ़न में तीन कमउमर सार्कों को गिरफ़्तार कर लीया गया जिन में एक कमसिन भी पाया जाता है । बेरोज़गारी और ऐशपसंद( आराम पसंद ) तर्ज ज़िदंगी वार शहरी तक़ाज़ा नए सार्कों की ईजाद का सबब तसव्वुर किए जा रहे हैं ।

पंजा गट्टा पुलिस ने शेख़ नज़ीर सय्यद जब्बार और मुहम्मद शुऐब के इलावा एक कमसिन को गिरफ़्तार करलिया और उन के क़बज़ा से 9लाख 50 हज़ार मालियती जे़वरात को ज़बत करलिया । इस ख़सूस में अस्सिटैंट कमिशनर आफ़ पुलिस पंजा गट्टा पुलिस मिस्टर वेंकट निरसिया ने बताया कि गुज़शता 6 माह से ये सार्क सरका की वारदातें अंजाम दे रहे थे ।

पंजा गट्टा पुलिस ने एक इत्तिला पर इन अफ़राद को गिरफ़्तार करते हुए उन के क़बज़ा से मस्रूक़ा 31तौला तिलाई ज़ीवारत को ज़बत करलिया । ये लोग अक्सर दोपहर और शाम के औक़ात सरका की वारदातें अंजाम देते थे । तन्हा ठहरी हुई ख़वातीन और अक्सर 45ता 50 साल उम्र वाली ख़वातीन को अपनी रहज़नी का निशाना बनाते थे ।

पाश कॉलोनी और ख़ामोश मुहल्ला जहां अक्सर ख़वातीन चहलक़दमी केलिए जाया करती हैं इन इलाक़ों में पहले मोटर सैक़ल पर चक लगाते हैं और फिर मौक़ा का फ़ायदा उठाकर ख़वातीन के क़रीब पहुंच कर रहज़नी करते हैं । ये सार्क अक्सर हाई स्पीड मोटर सैक़लों का इस्तिमाल करते ताकि रहज़नी के फ़वी बाद मुक़ाम वारदात से फ़ौरी फ़रार इख़तियार करली जाय और किसी दूर दराज़ के इलाक़ों को कम वक़्त में पहुंच जा सके। पुलिस ने इन सार्कों को अदालती तहवील में दे दिया ।