सरदार पटेल ना होते तो हैदराबाद का इस्तेहकाम भी ना होता

हैदराबाद मर्कज़ी वज़ीर-ए-दाख़िला राजनाथ सिंह ने कहा कि पुलिस दूर अंदेश और तजुर्बाती अवामिल के साथ काम करेगी। सरदार वल्लभाइ पटेल नेशनल पुलिस एकेडेमी में इंडियन पुलिस ऑफीसरस के 66 वीं बयाच की पासिंग आउट परेड के मौके पर ख़िताब करते हुए उन्होंने कहा कि मुल्क की पुलिस रिवायती पुलिसिंग के बजाये फ़िर्कावाराना हम आहंगी के लिए मुख़्तलिफ़ तजुर्बे करे ताकि अवाम में एतेमाद बहाल होसके।

उन्होंने कहा कि मौजूदा पुलिसिंग को कई चैलेंजेज का सामना करना पड़ रहा है जिस में साइबर क्राईम तशवीश का बाइस है।
उन्होंने कहा कि इंटरनेट के जदीद दौर में मोबाईल फोन्स और दुसरे टेक्नालोजी की मदद से साइबर क्राईम में मुल्क भर में 50 फ़ीसद इज़ाफ़ा देखा गया है।

उन्होंने बताया कि साल 2004 में साइबर क्राईम से मुताल्लिक़ सिर्फ़ 23 वाक़ियात रोनुमा हुए थे लेकिन पिछ्ले दस साल में साइबर क्राईम के वाक़ियात 72 हज़ार हो गए हैं।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्रा, आंध्र प्रदेश और उत्तरप्रदेश मुल्क की तमाम रियासतों के मिनजुमला सब से ज़्यादा साइबर क्राईम से मुतास्सिर हुए हैं जबकि शुमाल मशरिक़ी रियासतें कम मुतास्सिर हैं।

साइबर क्राईम में शामिल होने वाला फ़र्द किसी भी मुक़ाम से ताल्लुक़ रखने वाला होसकता है लेकिन इस का इक़दाम आलमी नताइज-ओ-अवाक़िब पर असरअंदाज़ होसकता है।

राजनाथ सिंह ने कहा कि साइबर क्राईम से निमटने के लिए वज़ारत-ए-दाख़िला के ओहदेदारों को हिदायत दी गई है कि वो साइबर क्राईम से निमटने के लिए ख़ुसूसी हिक्मत-ए-अमली तैयार करें। हिंदुस्तान के पहले वज़ीर-ए-दाख़िला आँजहानी वल्लभाइ पटेल की सताइश करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हिंदुस्तान की तक़सीम के बाद 562 रजवाड़ों की रियासतों के इंडियन यूनीयन में इंज़िमाम के लिए सरदार वल्लभाइ पटेल ने अहम रोल अदा किया था।