सरबजीत की आखरी रसूमात आज, जिस्म से दिल व किडनी गायब!

नई दिल्ली, 03 मई: सरबजीत सिंह की लाश हिंदुस्तान लाए जाने के बाद उसका पोस्टमार्टम फिर से किया गया है और अभी तक मिली मालूमात के मुताबिक उनकी आखिरी रसूमात उनके आबायी गांव बिखीविंद में आज ( जुमे) दोपहर बाद किया जाएगा। ज़राए के मुताबिक सरबजीत सिंह के जिस्म से दिल और किडनी गायब है।

सरबजीत ने जिन्ना अस्पताल में बुध की रात के बाद डेढ़ बजे इस बेरहम दुनिया से विदा ले ली। पूरे मुल्क में गम और गुस्से की लहर के बीच सरबजीत का जसद खाकी (dead body) खुसूसी तैय्यारे से अमृतसर लाया गया, जहां से उसे दोबार पोस्टमार्टम के लिए अमृतसर मेडिकल कॉलेज लाया गया। जुमे के दिन सरबजीत की लाश को आखिरी रसूमात के लिए उनके आबाई गांव भिखीविंड ले जाया जाएगा।

अगस्त, 1990 की एक रात वह भटककर मुल्क की सरहद लांघकर पाकिस्तान पहुंच गए। इसके बाद 1991 में उन्हें जासूसी और लाहौर व फैसलाबाद में हुए बम धमाकों का गुनाहगार ठहराते हुए मौत की सजा सुना दी गई। तमाम अपील, गुज़ारिश और इस पुख्ता दलील के बाद भी उन्हें माफी नहीं दी गई कि वह गलत पहचान का शिकार हुए हैं।

मई, 2008 में पाकिस्तान हुकूमत ने सरबजीत को फांसी दिए जाने पर गैर मुअय्यना रोक लगा दी थी। लगता है हिंदुस्तान के दुश्मन ने सी वक्त सरबजीत को मौत की सजा देने का रास्ता खोज लिया था। उसी के तहत गुजश्ता जुमे के दिन कोट लखपत जेल में छह कैदियों ने उन पर जानलेवा हमला किया, जो आज पूरे मुल्क के सामने है।

आज सरकारी एजाज के साथ उनकी आखिरी रसूमात अदा किया जाएगा।

पंजाब के वज़ीर ए आला प्रकाश सिंह बादल ने पाकिस्तानी जेल में गैर इंसानी सुलूक का शिकार हुए सरबजीत सिंह के कत्ल की मुज़म्मत की है। सरबजीत को शहीद के दर्जे का ऐलान करते हुए बादल ने उनके खानदान वालों को एक करोड़ रुपये की माली मदद देने की बात कही।

रियासत में तीन दिन का रियासती शोक रहेगा। इसके अलावा हुकूमत सरबजीत की दोनों बेटियों को सरकारी नौकरी भी देगी।

भिखीविंड गांव में सरबजीत का रियासती एजाज के साथ होने वाले आखिरी रसूमात की तैयारियां इंतेज़ामिया ने पूरी कर ली हैं। इस मौके पर हजारों लोगों की आमद को लेकर चप्पे-चप्पे पर सेक्युरिटी के मद्देनजर पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। पूरा गांव पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है।