पाकिस्तानी जेल में सज़ाए मौत के मुंतज़िर हिंदूस्तानी क़ैदी सरबजीत सिंह की बहन ने अपने भाई की रिहाई को यक़ीनी बनाने के लिए आज कांग्रेस की सदर ( अध्यक्ष) सोनीया गांधी का दरवाज़ा खटखटाया।
लाहौर की कोट लखपत जेल में गुज़श्ता 20 साल से क़ैद सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने मिसिज़ सोनीया गांधी से आज उन की रिहायश गाह पर मुलाक़ात करते हुए इस मसला पर नुमाइंदगी की।
बादअज़ां दलबीर ने कहा कि सरबजीत के ख़ानदान के दर्द को वो ब्यान करने की मौक़िफ़ में नहीं है। उन्होंने कहा कि मिसिज़ गांधी ने उन की नुमाइंदगी की हमदर्दाना समाअत ( सुनवायी) की और मुम्किना मदद का तयक्कुन (यकीन) दिलाया। 49 साला सरबजीत को 1990 के दौरान पाकिस्तान पंजाब में सिलसिला वार बम हमलों और 14 अफ़राद की हलाकत के जुर्म का मुर्तक़िब ( दोषी) क़रार देते हुए सज़ाए मौत दी गई है |