सरबजीत की रिहाई के इमकानात रोशन

लाहौर । 6 जनवरी । ( पी टी आई ) हिंदूस्तानी कैदी सरबजीत सिंह जो अपनी सज़ाए मौत की तामील का मुंतज़िर है कीयौंकी उसे मुबय्यना तौर पर 1990 के एक बम हमले में मुलव्विस होने के जुर्म में सज़ाए मौत सुनाई गई है लेकिन उसे अब उमिद पैदा होगई है कि इस की ताज़ा दरख़ास्त रहम पर सदर आसिफ़ अली ज़रदारी उस की ताईद में फैसला करेंगे । इस के मुशीर क़ानूनी अवीस शेख ने कहा कि ताज़ा दरख़ास्त रहम पर ज़रदारी ने ख़ुसूसी तवज्जा दी है और इस बार सरबजीत की रिहाई के इमकानात रोशन हैं ।

इस की रिहाई से हिंद । पाक अमन कार्रवाई में मज़ीद पेशरफ़्त होने का इमकान है । उन्हों ने कहा कि सरबजीत को गुज़श्ता साल 14 अगस्त को यौम आज़ादी पाकिस्तान के मौक़ा पर पाकिस्तानी कैदी खलील चिशती के साथ तबादला में रहा किया जा सकता था जो हिंदूस्तानी रियासत राजिस्थान की जेल में कैद है ।