सरमाया कारी के लिए मुफ़ीद पाँच रियास्तों में आंधरा प्रदेश शामिल

रियासत को क़ुदरती वसाइल पर सबक़त , ज़्यादा मुनाफ़ा कमाने का मौक़ा

हैदराबाद । 22 । अक्टूबर : ( सियासत न्यूज़ ) : आंधरा प्रदेश में गुज़श्ता एक माह से जारी तेलंगाना तशकील के सिलसिले में हड़ताल की वजह से उसे सरमाया कारी के मुआमले में सर-ए-फ़हरिस्त का दर्जा तो नहीं मिल पाया है लेकिन ग्लोबल प्रॉपर्टी कन्सलटैंट नाइट फ्रॉंक ने आंधरा प्रदेश कुमलक के पाँच मसनूआत साज़ी वाली रियास्तों में शामिल किया है इन पाँच रियास्तों में गुजरात , महाराष्ट्रा , तमिलनाडू , कर्नाटक और आंधरा प्रदेश शामिल हैं । इंडिया मीनू फैक्चरिंग डसटीनशन परफ़ार्मैंस अपार चूंटीज़ का मक़सद सरमाया कारी करने वालों की रहनुमाई करना और उन इंडस्ट्रिलिस्ट की रहनुमाई करना है जो यहां सरमाया कारी करना चाहते हैं और गुज़श्ता एक दहाई से यहां सरमाया कारी में मसरूफ़ हैं । एक अंदाज़े के मुताबिक़ इन पाँच रियास्तों की मजमूई आमदनी 2016 तक 19.35 लाख करोड़ से बढ़ कर 49.90 लाख करोड़ होजाने की तवक़्क़ो है । यानी सालाना शरह तरक़्क़ी की रफ़्तार 21 फ़ीसद बढ़ने की तवक़्क़ो है । आंधरा प्रदेश की पैट्रोलीयम सैक्टर का ज़िक्र करते हुए नाइट फ्रॉंक में बताया गया है कि ये सैक्टर रियासत की शरह तरक़्क़ी और सरमाए में इज़ाफे़ का बाइस होगा । इस सैक्टर में रियासत को साल 2010-11 में 59,400 करोड़ की आमदनी हुई है जब कि साल 2015-16 तक इस शोबे की आमदनी 2.07 लाख करोड़ होजाने की तवक़्क़ो है । आंधरा प्रदेश में सरमाया कारी के लिए पैट्रोलीयम , कैमीकलस , और पटरो कैमीकलस जैसे शोबे सब नफ़ा आवर साबित होंगे । वाइज़ अग , काकी नाड्डा बेल्ट सब से ज़्यादा नफ़ा आवर साबित होंगे । फ्रॉंक इंडियाज़ नैशनल डायरैक्टर ( रिसर्च ऐंड एडवाइज़री सरवेस ) ग़ुलाम ज़िया ने बताया कि ये रिपोर्ट तेलंगाना के ग़ैर यक़ीनी सूरत-ए-हाल के माहौल में तैय्यार की गई है लेकिन एक अहम बात ये है कि दूसरी रियास्तों के मुक़ाबले रियासत आंधरा प्रदेश को क़ुदरती वसाइल की पैदावार की वजह से सबक़त ज़रूर हासिल रहेगी और यहां सरमाया कारी करने वालों को ज़्यादा नफ़ा होने की तवक़्क़ो है ।