नई दिल्ली: हिंद-पाक सरहद पर वाक़ई दिफ़ाई तन्सीबात को पठानकोट फ़िज़ाई अड्डे पर दहशतगिरदाना हमले के बाद से इंतेहाई चौकस रखा गया है। कहा गया है कि ये दिफ़ाई तन्सीबात पाकिस्तान से काम करने वाली दहशतगर्द तन्ज़ीमों का अव्वलीन निशाना बन सकते हैं।
वज़ीर-ए-दाख़िला राज नाथ सिंह की सदारत में आज एक आला सतह का इजलास मुनाक़िद हुआ जिसमें मुल्क की सिक्योरिटी सूरत-ए-हाल का जायज़ा लिया गया और उन इक़दामात पर ग़ौर किया गया जो किसी भी इमकानी दहशतगिरदाना हमले को रोकने के लिए किए गए हैं।
खासतौर पर दिफ़ाई तन्सीबात को ऐसे हमलों से बचाने के इक़्दामात पर तबादला-ए-ख़्याल किया गया। सरकारी ज़राए ने कहा कि चूँकि इन्टेलिजेंस इत्तेलाआत में जईश मुहम्मद और लश्करएतैयबा जैसी तन्ज़ीमों की जानिब से मज़ीद हमलों के अंदेशे ज़ाहिर किए गए हैं ऐसे में तमाम हस्सास मुक़ामात और फ़ौजी-ओ-एयरफ़ोर्स के ठिकानों को जो हिंद-पाक सरहद पर वाक़्य हैं सख़्त चौकसी की हालत में रखा गया है।
ज़राए ने कहा कि इन तमाम तन्सीबात को सिक्योरिटी इंतेहाई सख़्त करने की हिदायात देदी गई हैं। उन्होंने कहा कि वज़ीर-ए-दाख़िला ने मुख़्तलिफ़ सिक्योरिटी और इन्टेलिजेंस एजेंसियों के माबैन क़ाबिल-ए-तवज्जे इत्तेलात पर किसी भी कार्यवाई के लिए बेहतर ताल मेल और राबिता की ज़रूरत पर-ज़ोर दिया है|