पूंछ में दूर दराज़ वाली चौकियों पर फायरिंग , हिन्दुस्तानी फ़ौज का भी मुंहतोड़ जवाब
सरहद पर मुख़्तसर ख़ामोशी के बाद पाकिस्तान ने आज फिर एक बार जंग बंदी के ख़िलाफ़वरज़ी की है। एल ओ सी पर दूरदराज़ चौकियों पर फायरिंग की गई , ज़िला पूंछ में पाकिस्तानी फ़ौज का हिन्दुस्तानी फ़ौज ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है। पाकिस्तानी फ़ौज ने ज़िला पूंछ के नबुव्वत सैक्टर में एल ओ सी से मुत्तसिल हिन्दुस्तानी चौकियों को निशाना बनाया है।
रात के एक बजे से फायरिंग की जा रही है। फ़ौज के एक सीनियर ओहदेदार ने ये बात बताई। सरहद की निगरानी करनेवाली हिन्दुस्तानी फ़ौज ने मोरचा सँभाल कर फायरिंग का मूसिर जवाब दिया है। दोनों जानिब किसी जानी नुक़्सान की इत्तेला नहीं है। पाकिस्तान की जानिब से आख़िरी मर्तबा फायरिंग 192 किलो मीटर तवील बैन-उल-अक़वामी सरहद से मुत्तसिल इलाक़े से की गई थी।
इस बैन-उल-अक़वामी सरहद पर एक अक्टूबर से 9 अक्टूबर के दरमियान शदीद शलबारी और फायरिंग की गई थी जिस में 8 अफ़राद हलाक और 90 ज़ख़मी हुए थे। इन में 13 सिक्योरिटी मुलाज़मीन भी हैं। जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी के ज़रिए की जा रही फायरिंग से बचने के लिए इलाक़े के अवाम जान बचाकर महफ़ूज़ मुक़ामात को मुंतक़िल होरहे हैं।
अब तक 32,000 अफ़राद अपने नज़र आरहे हैं। हिन्दुस्तान और पाकिस्तान की फ़ौज ने कल रात भर भी शदीद फायरिंग की है। 7 अक्टूबर और 8 अक्टूबर को भी इस इलाक़े में शदीद फायरिंग की गई थी। पाकिस्तानी रेंजर्स ने इस सारे इलाक़े की नाका बंदी करदी है। एक अक्टूबर से अब तक बैन-उल-अक़वामी सरहद पर ज़ाइद 3 दर्जन जंग बंदी की ख़िलाफ़ वरज़ीयां हुई हैं।
8 अक्टूबर को पाकिस्तानी फ़ौज की शदीद शलबारी और फायरिंग से दो ख़वातीन हलाक और दीगर 15 ज़ख़मी हुए थे। चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-ओ-कश्मीर उमर अब्दुल्लाह ने कल कहा था कि पाकिस्तान को सुधारने का वाहिद रास्ता ये है कि उसकी बंदूकों को चुप करवाया जाये।