सरहद पर फायरिंग, 3 पाकिस्तानी सिपाही हलाक

जंग बंदी की दो मर्तबा ख़िलाफ़वरज़ी , किरण सैक्टर में दरअंदाज़ी की कोशिश भी नाकाम
श्रीनगर । यक्म सितंबर (पी टी आई) शुमाली कश्मीर में किरण सैक्टर पर शदीद फायरिंग के तबादला में एक हिंदूस्तानी जे सी ओ और 3 पाकिस्तानी सिपाही हलाक हुए। ओहदेदारों ने बतायाकि सरहद पार से जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी के बाद फायरिंग का तबादला अमल में आया। पाकिस्तान की जानिब से कर्ण सैक्टर पर जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी करते हुए 2 मर्तबा हिंदूस्तानी फ़ौज पर फायरिंग की गई। इस वाक़िया में जूनियर कमीशन ऑफीसर हलाक हुआ। जबकि फ़ौज ने अस्करीयत पसंदों की फायरिंग के जवाब में कार्रवाई करते हुए दरअंदाज़ी की कोशिश को नाकाम बनाया। जय सी ओ की नायब सूबेदार गुरदयाल सिंह की हैसियत से शनाख़्त की गई। फ़ौज ने आज कहाकि किरण सैक्टर में पाकिस्तानी फ़ौज ने जंग बंदी की दो मर्तबा ख़िलाफ़वरज़ी की है जबकि हिंदूस्तानी फ़ौज ने अस्करीयत पसंदों के साथ फायरिंग के तबादला के बाद दरअंदाज़ी की एक कोशिश को नाकाम बनाया। इस फायरिंग में एक जे सी ओ हलाक हुआ। डीफ़ैंस के तर्जुमान लीफ़टननट कर्नल जे ऐस बरार ने कहाकि ज़िला कुपवाड़ा के करण सैक्टर में लाईन आफ़ कंट्रोल के इस तरफ़ से जंग बंदी की दो मर्तबा ख़िलाफ़ वरज़ीयां हुई हैं। चहारशंबा की शब ये ख़िलाफ़ वरज़ीयां दर्ज की गईं। कल रात पहली जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी 8 बजे हुई और दूसरी ख़िलाफ़वरज़ी11 बजे दिन शुरू हुई। लाईन आफ़ कंट्रोल पर दोनों जानिब 50 मिनट तक फायरिंग का तबादला अमल में आया। सरकारी ज़राए ने कहाकि साहिली चौकी पर ताय्युनात पाकिस्तानी फ़ौज ने बिलाइशतेआल शिला पथरी चौकी पर फायरिंग की जो अलाव सी के इस तरफ़ वाक़्य है। इस से एक सिपाही ज़ख़मी हुआ। पाकिस्तानी फ़ौज ने हिंदूस्तानी चौकीयों की जानिब शॅल बारी की जिस का मुंहतोड़ जवाब दिया गया। मुख़्तसर वक़फ़ा के बाद पाकिस्तानी फ़ौज ने दुबारा मार्टर शॅल बरसाए। दिन के ग्यारह बजे पेश आए इस वाक़िया में ईद के मौक़ा पर जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी के इलावा दरअंदाज़ी की कोशिशों को नाकाम बनाया गया। पाकिस्तानी फ़ौजी तर्जुमान मेजर जनरल अतहर अब्बास ने जीव न्यूज़ को बताया कि 3 पाकिस्तानी सिपाही हिंदूस्तानी सरहद पर फायरिंग के तबादला में हलाक हुए हैं। उन्हों ने दावा किया कि हिंदूस्तानी फ़ौज ने सरहद पर बुला इश्तिआल फायरिंग की। उन्हों ने महलूक सिपाहीयों की शनाख़्त करते हुए कहाकि ये लोग अर रैगूलर मुजाहिद बटालियन से ताल्लुक़ रखते थे। उन्हों ने कहाकि ये सिपाही दूर दराज़ इलाक़ा वाली चौकीयों के दरमयान जा रहे थे जब वादी-ए-नीलम में ख़राब मौसम के बाइस रास्ता भटक गए। उन्हों ने कहाकि मुक़ामी हिंदूस्तानी कमांडर से मुलाक़ात की एक दरख़ास्त की गई है ताकि जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी की तहक़ीक़ात की जा सके। पाकिस्तानी फ़ौज के दावे पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर करते हुए बरार ने कहाकि मंगल की शब हिंदूस्तान की जानिब से जंग बंदी की कोई ख़िलाफ़वरज़ी नहीं की गई