सरहद पर मुक़ीम अफ़राद के पाकिस्तानी फ़ौज की फायरिंग की वजह से मसाइब का शिकार होने की बिना पर चीफ़ मिनिस्टर उमर अब्दुल्लाह ने ओहदेदारों को हिदायत दी है कि जम्मू-ओ-कश्मीर की सरहद पर बैन-उल-अक़वामी सरहद के पास देहातों में इजतिमाई तहा ख़ाने तामीर किए जाएं।
उमर अब्दुल्लाह ने जो डीवीझ़न सतह के ओहदेदारों के एक इजलास की सदारत कररहे हैं, कहा कि कल शाम से जंग बंदी की ख़िलाफ़वरज़ी के मसले पर ग़ौर किया जा रहा है और हिदायत दी जाती है कि सरहदी इलाक़ों में जहां देहातों को वक़्त पड़ने पर इस्तेमाल किया जाता है, अवामी तेहख़ाने तामीर किए जाएं।
उन्होंने हिदायत दी कि मवेशीयों के लिए कैम्प क़ायम किए जाएं जहां उन के लिए चारा और तिब्बी इमदाद का इंतेज़ाम भी किया जाये। उमर अब्दुल्लाह ने हीरा नगर, सानबा, बिशना और जम्मू के सरहदी इलाक़ों का दौरा किया जहां सरहद पार से शलबारी की वजह से कई अफ़राद बेघर होचुके हैं। उन्होंने ओहदेदारों को हिदायत दी कि तिब्बी सहूलतें , ग़िज़ा , पीने का पानी और बर्क़ी सरबराही को यक़ीनी बनाया जाये।