पहली वाक़िया गुजिशता एक जुलाई को पलामू में घटी। जिले के विश्रामपुर में मनचले लड़कों की छेडख़ानी से तंग लड़की ने हिम्मत का मुजाहेरा देते हुए तीन लड़कों की जमकर धुनाई कर डाली। जानकारी के मुताबिक वह गुजिशता तीन महीने से कॉलेज आते-जाते वक़्त वह उन लड़कों की छेडख़ानी और फब्तियों से परेशान थी।
तीनों लड़के उसी के गांव के थे और रेहला में ही संत तुलसीदास कॉलेज में पढ़ाई करते थे। इसकी शिकायत लड़की ने अपने वालेदायन के जरिये से लड़कों के वालेदायन तक भी पहुंचाई थी। लेकिन जब इसका कोई असर उन सड़क छाप मजनुओं पर नहीं हुआ तो लड़की ने खुद ही उनसे निपटने का फैसला लिया।
इधर लौहनगरी जमशेदपुर में एक और अजीबोगरीक वाकया सामने आया। फास्ट्रैक लाइफ इंडिया कंपनी के सीईओ (चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर) नरेंद्र कुमार को एक लड़की ने थप्पड़ जड़ दिया। कंपनी का कार्यालय बिष्टुपुर वाक़ेय आदित्य टावर के तीसरे तल्ले पर है।
5 जुलाई को दिन के तकरीबन 12.30 बजे कीताडीह, ग्वालापट्टी की रहने वाली सुमन कुमारी रोते हुए कंपनी के दफ्तर पहुंचीं और छेडख़ानी का इल्ज़ाम लगाते हुए मिस्टर कुमार की पिटाई कर दी।
लड़की इतने गुस्से में थी कि चप्पल भी निकाला। सीईओ ने माफी मांगी, तब जाकर उन्हें राहत मिली। अचानक पैदा हालत से वहां मौजूद लोग दंग रह गए। सुमन एक महीने पहले तक इस कंपनी में काम करती थीं।
फास्ट्रैक लाइफ इंडिया के सीईओ नरेंद्र कुमार के मुताबिक, लड़की का इल्ज़ाम बे बुनियाद है। वह कुछ दिनों पहले तक दफ्तर में काम करती थी। नौकरी छोड़ देने के बाद उसे कभी फोन नहीं किया। मैसेज भेजने की बात बेबुनियाद है। अगर कोई मसला थी, तो उसे बात करना चाहिए था। वह अचानक दफ्तर आई और बिना कुछ समझे-बूझे हाथ उठा दिया।